लखनऊ। गोमती नगर स्थित राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के डॉक्टरों की बड़ी लापरवाही उजागर हुई है। डॉक्टरों ने जीवित मरीज को मृत घोषित करते हुए परिजनों को डेथ सर्टिफिकेट भी पकड़ा दिया। परिजन जब महिला को घर लेकर पहुंचे तो उन्हें शक हुआ कि शरीर में हरकत हो रही है ।
उन्होंने घर के पास रहने वाले एक कंपाउंडर को बुलाकर दिखाया तो पता चला कि उसकी सांसे चल रही है। परिजनों ने आनन-फानन में ऑक्सीजन की व्यवस्था करके घर पर ही ही ही उसका इलाज शुरू किया। परिजनों ने डॉक्टरों के द्वारा जारी डेथ सर्टिफिकेट को वीडियो के माध्यम से जारी करते हुए डॉक्टर का नाम बताया है और कार्यवाही करने की मांग की है। बताया जाता है कि लखनऊ निवासी परिजन 3 दिन पहले 53 वर्षीय सुखरानी की तबीयत बिगड़ने पर लोहिया संस्थान पहुंचे थे। यहां स्ट्रेचर पर ही महिला का इलाज करा रहे थे। उन्हें बिस्तर नहीं मिल पा रहा था। महिला को सांस फूलने की दिक्कत बनी हुई थी। फिलहाल इस बारे में लोहिया संस्थान के प्रवक्ता डा . श्रीकेश ने वीडियो को
फेंक बताते हुए जांच करने की बात कही है।