लखनऊ । कोरोना महामारी में लगभग सभी लोग वर्क फ्रॉम होम से काम कर रहे हैं। घर पर रहते हुए या फिर जॉब करते हुए सभी लोग अपने आप को फिट रखना चाहते हैं। इसके लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है। ऐसे में योग से रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है। बल्कि बीमारी आ गई ठीक हो जाती हैं। आज के समय में संक्रमण फेफड़ों पर ज्यादा असर कर रहा है। ऑक्सीजन की कमी के कारण सांस फूलना ज्यादातर लोगों में पाया जा रहा है। यहां हम आपको ऑस्कर योग केंद्र की योग शिक्षक सुमन पवार कुछ आसन बताने जा रही हैं, इन आसनों के नियमित करने से आप अपने फेफड़ों को तंदुरुस्त और शरीर में ऑक्सीजन लेवल को दुरुस्त रख सकते हैं।
इसमे सबसे महत्वपूर्ण भुजंगासन है। इसको करने के लिए पेट के बल लेट जाएं और दोनों हाथों को कंधों के बराबर में रखें और सिर से नाभि तक के हिस्से को ऊपर तक उठाये। इसके बाद आसमान की ओर देखने की कोशिश करें और फिर लंबी गहरी श्वांस भरते हुए ऊपर उठना है और फिर श्वांस छोड़ते हुए नीचे जाना है । इस आसन को नियमित करने से फेफड़ों का फैलाव होता है और मजबूत बने रहते है।
इसी प्रकार अनुलोम-विलोम करना चाहिए। इसके लिए नाक के दाएं छिद्र से सांस खींचते हैं, तो बायीं नाक के छिद्र से सांस बाहर निकालते हैं. इसी तरह यदि नाक के बाएं छिद्र से सांस खींचते है, तो नाक के दाहिने छिद्र से सांस को बाहर निकालते है. इससे ऑक्सीजन का स्तर भी बढ़ता है । कपालभाति प्राणायाम में तेजी से सांस छोड़ने की प्रक्रिया की जाती है कपालभाति क्रिया फेफड़े, गले और नाक को आसानी से साफ कर सकती है। इस आसन से रक्त संचार मस्तिष्क तक जाता है और मस्तिष्क और फेफड़ों की शुद्धि होती है । इस आसन से फेफड़े मजबूत होते हैं । इन दोनों लोगों को इसी योग शिक्षक से आसानी से सीख कर जाएं घर पर भी किया जा सकता है । इस बात का ध्यान रखना होता है कि योग के दौरान कोई जल्दीबाजी नहीं करनी चाहिए। धीरे धीरे-धीरे योगासनों का अभ्यस्त हो जाते हैं और उसके प्रणाम दिखने लगते हैं।