लखनऊ। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में इलाज के दौरान मंगलवार को 4 मरीजों की ब्लैक फंगस से मौत हो गई। यहां अब तक 34 मरीज आ चुके हैं। संस्थान में अब तक छह मरीज की सर्जरी हो चुकी है। 3 नए मरीज आज केजीएमयू में भर्ती हुए हैं । राजधानी में ब्लैक फंगस के मरीजों की संख्या अब 47 हो गयी है । इनमें गुड न्यूज़ यह है कि केजीएमयू से ब्लैक फंगस के एक मरीज का सफलतापूर्वक इलाज कर डिस्चार्ज कर दिया गया है।
ब्लैक फंगस में तेजी से ब्लैक फंगस के मरीज भर्ती हो रहे हैं। दो दिन पहले तक जहां राजधानी में इसके 22 मरीज थे, परंतु अब केजीएमयू में ही ब्लैक फंगस के 34 मरीज भर्ती किये जा चुके हैं। राजधानी में लोहिया संस्थान केजीएमयू व निजी अस्पतालों के आंकड़ों के अनुसार ब्लैक फंगस के मरीजों की संख्या 47 हो गई है। डॉक्टरों के अनुसार ब्लैक फंगस के मरीजों के इलाज में सर्जरी ही सबसे ज्यादा सफल है। अब तक विश्वविद्यालय में 6 मरीजों की सर्जरी की जा चुकी है, लेकिन उसमें से चार मरीजों को बचाया नहीं जा सका। ब्लैक फंगस से मरने वाले वाले सभी मरीज अलग-अलग विभिन्न जनपदों के है। इनमें रायबरेली निवासी 40 वर्षीय महिला, हरदोई निवासी 37 वर्षीय पुरुष, अयोध्या निवासी 52 वर्षीय महिला और लखीमपुर निवासी 50 वर्षीय महिला शामिल हैं। इन सभी की हालत गंभीर बनी हुई थी। केजीएमयू के प्रवक्ता डॉ सुधीर सिंह के अनुसार मरीजों को जब रेफर होकर भर्ती हुए थे ,तब तक फंगस बहुत ज्यादा फैल चुका था। इसलिए तत्काल उनका सर्जरी करके फंगस को निकालने की कोशिश की गई, लेकिन ज्यादा संक्रमण के कारण उनकी जान नहीं बचाई जा सकी।
अभी तक केजीएमयू व लोहिया संस्थान तथा अन्य दो निजी अस्पतालों में ही ब्लैक फंगस से मौत के मामले सामने आए थे। स्वास्थ्य विभाग अभी तक ब्लैक फंगस से हुई मौत की संख्या की जानकारी नहीं दे रहा है, लेकिन जिस तरह से इसके मामले आ रहे हैं इससे अनुमान लगाया जा रहा है कि मौत का आंकड़ा इससे कहीं ज्यादा हो सकता है। kgmu के प्रवक्ता डॉक्टर सुधीर सिंह का कहना है कि अभी तक ब्लैक फंगस के 34 मरीज भर्ती हुए हैं। तीन मरीज मंगलवार को ही भर्ती हुए। 6 रोगियों की सर्जरी की जा चुकी है। इनमें से 4 मरीजों की मृत्यु हो गईं, जब कि एक मरीज का सफलतापूर्ण इलाज कर डिस्चार्ज किया जा चुका है।