न्यूज। सरकार ने कहा है कि विदेश से लौटे मेडिकल छात्रों से इंटर्नशिप के लिए कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा। नियमानुसार भत्ते भी दिए जाएंगे। इस निर्देश के बाद यूक्रेन से लौटे छात्रों में ख़ुशी की लहर है।
भारतीय चिकित्सा आयोग ने विदेशी मेडिकल छात्रों से संबंधित दिशा निर्देश जारी करते हुए कहा है कि केंद्र सरकार राज्य सरकार और स्वायत्त संस्थानों के मेडिकल कॉलेज विदेशों से लौटे मेडिकल छात्रों से इंटर्नशिप करने के लिए कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा।
यूक्रेन के युद्ध ग्रस्त होने के कारण भारत के हजारों मेडिकल छात्र अपनी चिकित्सा संबंधी पढ़ाई अधूरी छोड़कर स्वदेश वापस लौट रहे हैं। इनमें से कई छात्र अपना अध्ययन पूरा कर चुके हैं और इंटर्नशिप कर रहे हैं।
आयोग के ये निर्देश अगले आदेश तक मान्य होंगे आयोग ने कहा है कि इंटर्नशिप के दौरान विदेशी मेडिकल छात्रों को नियम के अनुसार संबंधित भत्ते देय होंगे।
आयोग ने इस संबंध में विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए हैं और कहा है कि मानकों को पूरा करने वाले विदेशी मेडिकल छााों को राज्य चिकित्सा परिषदों को इंटर्नशिप के लिए उनका पंजीकरण करना चाहिए।
आयोग ने कहा है कि 12 महीने की इंटर्नशिप कर रहे छात्रों पर यह दिशा निर्देश प्रभावी होंगे। छात्र 12 महीने या जितनी महीने के इंटर्नशिप बाकी हो, उसे पूरी कर सकेंगे।