*महिलाओं और किशोरों को आश्रय संग जल्द मिलेगा कौशल विकास प्रशिक्षण*
*सेवा मित्र पोर्टल और दूसरे रोजगार प्लेटफार्म से सवरेगा निराश्रित किशोरों का भविष्य*
*महिला कल्याण विभाग की ओर से रूचि और शैक्षिक योग्यता के अनुसार 2,214 किशोर-किशोरियों और महिलाओं को किया गया चिन्हित*
*कौशल विकास प्रशिक्षण के साथ मिलेगा सर्टिफिकेट, सेवा मित्र पोर्टल पर भी होगा रजिस्ट्रेशन*
लखनऊ। प्रदेश सरकार निराश्रित महिलाओं और किशोरों को आश्रय देने के साथ ही उनके जीवन को संवारने का कार्य कर रही है। जिससे वो समाज में अपनी अलग पहचान बना सकें। प्रदेश सरकार युवाओं को रोजगार देने संग आश्रयगृहों में आवासित महिलाओं और किशोरों को रोजगार देकर समाज की मुख्यधारा से जोड़ने का काम कर रही है। महिला कल्याण विभाग की ओर से महिला संरक्षण और बाल देखरेख संस्थाओं में निवासित किशोरों व महिलाओं का कौशल विकास प्रशिक्षण दिया जाएगा।
प्रदेश में कौशल विकास मिशन कॉरपोरेट सोशल रेस्पान्सिबिलिटी (सीएसआर) के जरिए से प्रदेश के सभी जिलों के राजकीय संप्रेक्षण गृह किशोर किशोरी, राजकीय बालगृह बालक बालिका, राजकीय पाश्चातवर्ती और महिला शरणालयों में आश्रित किशोर और किशोरियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। जिसके तहत सभी जिलों के कुल 2,214 किशोर-किशोरियों और महिलाओं को कौशल विकास प्रशिक्षण के लिए चिन्हित किया जा चुका है। इन संस्थाओं में आवासित महिलाओं और 16 वर्ष से अधिक आयु के किशोर किशोरियों को उनकी रूचि और शैक्षिक योग्यता के अनुसार कौशल विकास प्रशिक्षण दिया जाएगा। उनकी रूचि और शैक्षिक योग्यता के अनुसार प्रदेश के सभी जिलों में मैपिंग का काम किया जा रहा है। जिसके बाद प्रशिक्षण देने का काम किया जाएगा।
*सेवा मित्र पोर्टल पर कराया जाएगा रजिस्ट्रेशन*
महिला कल्याण विभाग के निदेशक मनोज कुमार राय ने बताया कि सभी जिलों के 16 साल से अधिक के किशोर किशोरियों और महिला शरणालयों में आश्रित सभी महिलाओं को कौशल विकास प्रशिक्षण दिया जाएगा और प्रशिक्षण से जुड़ा सर्टिफिकेट भी दिया जाएगा। जिसके लिए विभाग की ओर से कौशल विकास विभाग के निदेशक को प्रस्ताव बनाकर भेजा जा चुका है। इसके बाद इन सभी का रजिस्ट्रेशन श्रम विभाग की ओर से संचालित सेवा मित्र पोर्टल पर कराया जाएगा। इसके अलावा रोजगार व स्वरोजगार से जोड़ने के लिए विभिन्न शासकीय योजनाओं व रोजगार प्रदाता कम्पनियों व संगठनों से समन्वय भी स्थापित किया जाएगा।