*इण्डियन चेस्ट सोसाइटी द्वारा दी जाने वाली कुल सात फैलोशिप में से दो केजीएमयू के चिकित्सकों को मिली
लखनऊ। प्रत्येक वर्ष, यूरोपियन रेस्पिरेटरी सोसाइटी (ईआरएस) एक अंतरराष्ट्रीय कांग्रेस संगोष्ठी आयोजित करती है ,जो फेफड़ों से संबन्धित प्रमुख संगोष्ठियों में से एक है। इस अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी में दुनिया के विभिन्न हिस्सों से 20,000 से अधिक प्रतिभागी हर वर्ष भाग लेते हैं। इस संगोष्ठी में श्वसन विशेषज्ञ एवं श्वसन चिकित्सा के क्षेत्र में नवीनतम वैज्ञानिक और आधुनिक प्रगति को प्रस्तुत करने और चर्चा करने के लिए एकत्रित होते हैं। इस वर्ष ईआरएस कांग्रेस 4 से 6 सितंबर के बीच ’’बार्सिलोना’’, स्पेन में आयोजित की जाएगी।
इंडियन चेस्ट सोसाइटी, जो देश के प्रख्यात चेस्ट फिजिशियन की संस्था है, कड़े प्रतिस्पर्धी मानदंडों के माध्यम से ईआरएस कांग्रेस में प्रस्तुति के लिए चुने गए 7 सर्वश्रेष्ठ शोध पत्रों को सम्मेलन में भाग लेने के लिए 75,000/- रुपये का यात्रा अनुदान प्रदान करती है। यह एक गर्व की बात है कि रेस्पिरेटरी मेडिसिन विभाग, किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी, लखनऊ के दो नए उत्तीर्ण एम.डी. छात्रों (डा. नंदिनी दीक्षित और डा. अंकिता मंडल) के शोध को प्रतिष्ठित ईआरएस कांग्रेस में प्रस्तुति के लिए चुना गया था और दोनों को इस प्रतिष्ठित यात्रा अनुदान (ट्रेवेल फैलोशिप) पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
विभागाध्यक्ष डा. सूर्यकान्त ने बताया कि इस वर्ष डिपार्टमेन्ट ऑफ रेस्पिरेटरी मेडिसिन से कुल 3 शोध पत्रों को ईआरएस में प्रस्तुत करने के लिए चुना गया है।
इंडियन चेस्ट सोसाइटी के पूर्व अध्यक्ष डा. सूर्यकान्त ने बताया कि इंडियन चेस्ट सोसाइटी के इतिहास में पहली बार एक ही संस्थान के दो छात्रों को इस अनुदान से सम्मानित किया गया है। डा. नंदिनी दीक्षित ने विभागाध्यक्ष डा0 सूर्यकान्त और डा0 अंकिता मंडल ने डा0 अजय कुमार वर्मा के निर्देशन में शोध कार्य किया है। विभागाध्यक्ष डा0 सूर्यकान्त व समस्त चिकित्सकों ने दोनों छात्राओं को उनके उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी। केजीएमयू के कुलपति ने एक बार फिर रेस्पिरेटरी मेडिसिन विभाग की तरीफ करते हुए दोनों प्रतिभागी रेजिडेन्ट चिकित्सकों को बधाई एवं शुभकामनाऐं दी।