लखनऊ। राजधानी में डेंगू जानलेवा हो रहा है। बुधवार को डेंगू से एक मरीज की मौत हो गयी, जबकि अन्य 30 मरीजों में डेंगू की पुष्टि की गयी। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग की टीम मच्छर जनित स्थितियां पाए जाने पर 25 लोगों को नोटिस जारी करते हुए निर्देश दिये हैं कि 24 घंटे के भीतर स्थिति ठीक की जाए।
कृष्णानगर स्थित निजी हॉस्पिटल में भर्ती निजी कंपनी के मैनेजर की डेंगू के चलते मौत हो गयी। वह तीन दिन से वेंटीलेटर सपोर्ट पर था। राजधानी में डेंगू से यह पहली मौत हुई है, इससे विभाग में हड़कंप मचा है। मरीज की मौत से नाराज परिजनों ने अस्पताल के डाक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाकर हंगामा किया। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने परिजनों को समझाकर शांत कराया। जिसके बाद परिजन शव लेकर वापस घर लौट गए।
शारदा नगर रजनीखंड निवासी रमेश का बेटा अभिषेक श्रीवास्तव (30) निजी कंपनी में मैनेजर था। उसे डेढ़ हफ्ते पहले बुखार आया। पड़ोस में क्लीनिक से दवा ली लेकिन बुखार काबू में नहीं आया। डेंगू जांच करायी गयी तो वह रिपोर्ट पॉजिटिव आयी। परिजनों ने इलाके के नजदीकी अस्पताल में बीती 13 अक्टूबर को भर्ती कराया। मरीज की प्लेटलेट्स घटकर करीब 30 हजार पहुंच गयी। मरीज की हालत सुधरने की बजाए लगातार बिगड़ रही। 16 अक्टूबर को अपोलो रेफर किया, जहां आईसीयू में भर्ती किया गया। 17 अक्टूूबर को हालत नाजुक होने पर वेंटीलेटर सपोर्ट पर दिया गया। बुधवार शाम इलाज दौरान मरीज की मौत हो गई।
नाराज परिजनों ने अपोलो अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाकर हंगामा शुरू कर दिया। करीब एक घंटे तक चले बवाल बाद पहुंची पुलिस ने परिजनों को शांत कराया। परिजनों का आरोप था।
अस्पताल प्रशासन आईसीयू में मरीज से मिलने नहीं दिया जा रहा था। दूसरी तरफ सीएमओ कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार 30 नये मरीजों मंे डेंगू की पुष्टि की गयी, इनमें अलीगंज-7, इन्दिरानगर-5, चन्दरनगर-7, एनके रोड-5, सिल्वर जुबली-2, रेडक्रास-1, टूडियांगज-1, काकोरी-1, बीकेटी-1 में केस पाए गए।