लखनऊ । किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय को राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यांकन परिषद (नैक) के निरीक्षण के बाद A+ ग्रेड मिला है। गत वर्ष केजीएमयू को ए ग्रेड मिला था, लेकिन केजीएमयू को अपनी तैयारियों को देखते हुए A++ ग्रेड मिलने की उम्मीद थी । A+ ग्रेड मिलने के बाद केजीएमयू प्रशासन के उच्च अधिकारियों तत्कालीन बैठक की और दोबारा नैक द्वारा पुनर्मूल्यांकन कराने का अनुरोध करने की तैयारी शुरू कर दी है। केजीएमयू प्रशासन का दावा है कि उन्हें के कई क्षेत्रों में निर्धारित मानकों के अलावा नंबर नहीं मिल पाए हैं, इसलिए वह पुनर्मूल्यांकन के लिए आवेदन करेगा।
बताते चलें केजीएमयू में 2 से 4 फरवरी के बीच नैक की टीम ने इलाज, शिक्षण कार्य से लेकर दूसरी व्यवस्थाओं को परखा था। आठ सदस्यीय नैक टीम की नेतृत्व अमृतसर के गुरुनानक देव विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. जसपाल सिंह संधू ने किया। इनके साथ कोऑर्डिनेटर डॉ. स्मृति नंदा के अलावा अलग-अलग राज्यों के सदस्य शामिल थे।
किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्विद्यालय को राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यांकन परिषद (नैक) ने ए प्लस ग्रेड दिया है। संस्थान को पिछली बार ए ग्रेड हासिल हुआ था। इस लिहाज से संस्थान ने अपनी ग्रेडिंग में सुधार किया है। लगातार मेहनत और लखनऊ विश्विद्यालय और गोरखपुर विश्विद्यालय को ए प्लस प्लस ग्रेड मिलने के बाद केजीएमयू को भी यही ग्रेडिंग मिलने की उम्मीद थी। केजीएमयू कुलपति विपिन पुरी का मानना है कि केजीएमयू ने काफी बेहतर तैयारी की थी, जिसके अनुसार मूल्यांकन में कहीं कमी रह गयी है।
निरीक्षण के बाद मंगलवार को नैक की बैठक के बाद रिजल्ट घोषित कर दिया गया।
एशिया में सबसे ज्यादा 4500 बेड की क्षमता वाले इस संस्थान में 149 छोटे-बड़े भवन हैं। यहां लगभग 77 विभागों का संचालन हो रहा है। 500 शिक्षक, 800 रेजिडेंट डॉक्टर और लगभग 10 हजार कर्मचारी काम करते हैं।