क्वीन मेरी में गैर-सिजेरियन प्रसव को बढ़ावा देने के लिए कार्यशाला
लखनऊ। किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग में गैर सिजेरियन प्रसव को बढ़ाने के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें पीजी की छात्राओं को योनि प्रसव कौशल बढ़ाने के लिए व्यवहारिक प्रशिक्षण दिया गया।
कार्यशाला का आयोजन मेडिकल एजुकेशन कमेटी, फेडरेशन ऑफ ऑब्स्टेट्रिकल एंड गायनेकोलॉजिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया और क्वीन मेरी अस्पताल की ओर से आयोजित की गई।
चिकित्सा शिक्षा समिति की अध्यक्ष डॉ. किरण पांडे ने अपने व्याख्यान के साथ ही पुतला और डमी पेल्विस पर प्रशिक्षण दिया। क्वीन मेरी की विभागाध्यक्ष प्रोफेसर एस पी जैसवार ने कहा कि सिजेरियन प्रसव का चलन काफी तेजी से बढ़ रहा है।
इसकी वजह से काफी स्वास्थ्य समस्याएं जन्म लेती हैं। इस मौके पर डॉ. निधि जौहरी, डॉ. निशा सिंह, डॉ. रेखा सचान, डॉ. सुजाता देव, डॉ. अमिता पांडेय, डॉ. रेणु सिंह, डॉ. पुष्पलता शंखवार के साथ ही विभिन्न मेडिकल कॉलेज की 75 छात्राएं शामिल हुईं