लखनऊ। डा. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान का निरीक्षण करने के बाद नेशनल एक्रीडिटेशन बोर्ड फॉर हॉस्पिटल (एनएबीएच) की टीम ने अपनी रिपोर्ट दे दी है। रिपोर्ट में अस्पताल में सुधार के लिए 88 बिंदुओं पर परामर्श दिया है। इन सुझाव के हिसाब से संस्थान में सुधार करने होंगे। इसके बाद ही संस्थान को एनएबीएच का एडवांस प्रमाण पत्र मिल सकेगा।
लोहिया संस्थान में 17 से 19 फरवरी के बीच एनएबीएच की टीम ने गहन निरीक्षण करने के बाद सोमवार को रिपोर्ट दे दी है। अस्पताल में मरीजों को सस्ती दवा देने के लिए हॉस्पिटल रिवॉल्विंग फंड (एचआरएफ) के ग्यारह मेडिकल स्टोर संचालित हैं। निरीक्षण के दौरान टीम ने मेडिकल स्टोर की व्यवस्थाएं अपने पर मानकों पर परखा। इसमें कई कमियां मिली। इन्हें दूर करने परामर्श दिए हैं, ताकि अधिक से अधिक मरीजों को सस्ती दवाओं का लाभ मिल सके।
टीम ने निरीक्षण के दौरान आश्चर्य व्यक्त किया है कि रात में हार्ट के मरीजों की एंजियोग्राफी न हो पाती है, जो कि हार्ट के मरीज के लिए बहुत जरुरी होती है। इसके साथ अगर इमरजेंसी में एंजियोग्राफी आवश्यक हो तो तत्काल नहीं हो सकती है। इसके लिए अतिरिक्त डॉक्टर-कर्मचारियों की तैनाती जल्द करने का सुझाव दिया है, जबकि दिन में ओपीडी व इमरजेंसी में आने वाले हार्ट के मरीजों को बेहतर इलाज मिलने की प्रशंसा भी किया है। इमरजेंसी व ओपीडी में मरीजों के लिए व्हील चेयर और स्ट्रेचर भी आसानी से मरीजों को उपलब्ध कराने का सुझाव दिया।