लखनऊ। बिना मानकों के चल रहे राजधानी के पांच अस्पतालों में बंद करने की तैयारी हो गयी है। इन अस्पतालों में छापेमारी के दौरान ढेरों गड़बड़ी मिली थी। स्वास्थ्य विभाग ने नोटिस जारी कर अस्पतालों को जवाब-तलब किया था। इसके बाद भी पांच अस्पतालों ने नोटिस का जवाब तक नहीं दिया। शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग ने इन सभी को अंतिम नोटिस जारी कर सोमवार तक जवाब देने का अंतिम मौका दिया है। अगर फिर भी कोई जवाब नहीं आता है तो अस्पतालों को बंद करने की संस्तुति की जाएगी।
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने निजी अस्पतालों के खिलाफ अभियान चलाया था। लगभग 31 अस्पतालों में छापेमारी करके निरीक्षण कि या था, ज्यादातर अस्पतालों में डॉक्टर गायब थे आैर पैरामेडिकल स्टाफ की भी कमी थी। सुरक्षा के नाम पर आग से बचाव के व्यवस्था भी सही नही थे। इन अस्पतालों में बिना फार्मासिस्ट मेडिकल स्टोर भी चल रहे थे आैर मरीजों को दवा दे रहे थे। इन सभी अस्पतालों को नोटिस जारी किया गया।
डिप्टी सीएमओ डॉ. एपी सिंह का कहना है कि पांच अस्पतालों ने नोटिस का जवाब नहीं दिया है। इसमें मेडसिटी हॉस्पिटल, सुपर जनता हॉस्पिटल, आरएनए हॉस्पिटल, मर्सी समेत एक अन्य अस्पताल को दोबारा नोटिस जारी की गयी है। सोमवार तक सही जवाब न मिलने की दशा में अस्पतालों के संचालन पर रोक लगाई जाएगी। इस संबंध में जिला प्रशासन को भी पत्र भेज दिया गया है।