-पीजीआई के प्लास्टिक सर्जरी विभाग का स्थापना दिवस मनाया गया
लखनऊ । खूबसूरत और आकर्षक दिखने के लिए युवा प्लास्टिक सर्जरी करा रही हैं। संजय गांधी पीजीआई के प्लास्टिक सर्जरी विभाग में हर माह करीब 25 युवक व युवतियां सिर्फ दबी व टेढ़ी नाक की विकृति का ऑपरेशन कराने आ रहे हैं। कॉस्मेटिक सर्जरी से करीब 90 फीसदी नाक के आकार को खूबसूरत बनाया जा सकता है। यह राइनोप्लास्टी तकनीक से संभव हुआ है। यह जानकारी शनिवार को विश्व प्लास्टिक सर्जरी दिवस व पीजीआई के प्लास्टिक सर्जरी विभाग के स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यशाला में विभाग के प्रमुख डॉ. राजीव अग्रवाल ने दी।
डॉ. राजीव अग्रवाल ने बताया कि जन्म से नाक टेढ़ी व दबी हुई होने के साथ ही किसी हादसे में चोट लगने से नाक का आकार खराब हो जाता है। नाक का आकार खराब होने की वजह से सुन्दरता प्रभावित होती है। नाक की विकृति को ठीक करने की करीब 12 तकनीक हैं। सफेद दाग का इलाज स्किन रीप्लेसमेंट के जरिए संभव है। इसमें शरीर के दूसरे हिस्स से लेकर त्वचा को सफेद दाग वाली जगह पर प्रत्यारोपित करते हैं।
कार्यशाला में मुंबई के प्लास्टिक सर्जन डॉ. कपिल अग्रवाल और पीजीआई के डॉ. अंकुर भटनागर, डॉ. अनुपमा सिंह ने बताया कि सड़क हादसा, आग व ऐसिड से जलने, नसों की परेशानी, बेड शोऱ व घाव होने पर प्लास्टिक सर्जरी की जाती है।