डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने यादव मंच द्वारा आयोजित कार्यक्रम में विपक्ष पर साधा निशाना
कहा, जो प्रभु श्रीकृष्ण का नहीं हुआ, वो यदुवंशी समाज का भी नहीं होगा
लखनऊ। जो प्रभु श्री राम का नहीं हुआ, वो भगवान श्रीकृष्ण का कैसे होगा। जो श्रीकृष्ण का नहीं हुआ वो यदुवंशी समाज का कैसे हो सकता है? यादव समाज का इस्तेमाल हमेशा वोट बैंक के रूप में किया गया। कभी भी उनकी समस्याओं का निराकरण नहीं किया गया।
यह कहना है डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक का। वे सोमवार को राजधानी स्थित एक होटल में यादव मंच द्वारा आयोजित यादव समाज के राजनीतिक एवं सामाजिक उन्नति कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
डिप्टी सीएम ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि मतलब परस्त राजनीतिक पार्टियों से सावधान रहें। श्रीकृष्ण जन्मभूमि का मामला अदालत में है। सरकार श्रीकृष्ण जन्म भूमि की लड़ाई लड़ रही है। अदालत में पूरी पैरवी कर रही है। सरकार आपके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है। उत्तर प्रदेश के इतिहास को देखे, जिसमें भगवान श्रीकृष्ण कण-कण में हैं। हम सभी के रोम-रोम में हैं।
*यादव समाज के बिना समाज पूरा नहीं*
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि यादव समाज के बगैर समाज की पूर्णता नहीं है। यादव समाज ने शुरूआत से ही भारत की संस्कृति को मजबूत करने का काम किया है। जब भी हम यादव समाज की बात करते हैं तब हम अपने आरध्य श्रीकृष्ण जी को याद करते हैं। हम सभी श्रीकृष्ण के वंशज हैं। हमारे माता-पिता ने मेरा नाम भी भगवान के नाम पर रखा है। हमारा इतिहास गौरवशाली है। उन्होंने कहा कि जब भी समाज में अत्याचार व अनाचार बढ़े, तो यादव समाज ने उसे खत्म करने की पहल की। समाज में समरसता स्थापित की। सबको न्याय देने काम किया। भगवान श्रीकृष्ण को हम बार-बार याद करते हैं।
*भगवान परशुराम ने श्रीकृष्ण को सौप था सुदर्शन चक्र*
भगवान परशुराम ने सैकड़ों वर्ष तपस्या के बाद सुदुर्शन चक्र हासिल किया। जिसे उन्होंने भगवान श्रीकृष्ण को ही दिया।यादव समाज खुद को अकेला न समझे। जिस दिन यादव समाज निकलकर प्रदेश के सभी जिलों में जाएंगे, आपसे निकली चिंगारी ज्वालामुखी बनकर फूटेगी। आर्थिक मोर्चे पर हम लोग काम कर रहे हैं। हम आपके भाई हैं। बुजुर्गों का बेटा हूँ। आपके हक को कोई दबा नहीं सकता है। इसलिए समाज की प्रगृति में सहयोग करें। राजनीति में मतलब परस्त लोगों की पहचान करें। उनसे दूरी बनाकर रखें। कार्यक्रम में मुख्य संयोजक अनुराग यादव, अशोक यादव, मनीष यादव, सी.एल. यादव, राजाराम यादव, देवेंद्र यादव सहित समाज के तमाम गणमान्य जन मौजूद रहे।