लखनऊ। ब्लड की सामान्य टेस्ट से जटिल बीमारियों की पहचान हो सकती है। कम्प्लीट ब्लड काउंट (सीबीसी) से फीवर के प्रकार, कमजोरी, टायफाइड, मलेरिया व अन्य संक्रमित आदि बीमारियों को समय रहते पहचान कर इलाज शुरू किया जा सकता है। यह बात सीएमसी वैल्लूर स्थित ट्रांस फ्यूजन एंड इम्योनोहिमैटोलॉजी विभाग के प्रमुख डॉ. सुकेश नायर ने शुक्रवार को पैथोलॉजी व हिमैटोलॉजी विभाग की ओर से आयोजित संगोष्ठी में कही।
पैथोलॉजी विभाग के प्रेक्षागृह में संगोष्ठी में डॉ. नायर ने कहा कि सीबीसी टेस्ट महत्वपूर्ण होता है। इससे कई जटिल बीमारियों की जा सकता है। लंबे समय तक फीवर, कमजोरी और चक्कर आने के कारण की सटीक जानकारी की जा सकती है। उन्होंने बताया कि इलाज के बावजूद सर्दी-जुकाम ठीक न होने की कारणों का भी टेस्ट से पता लगाया जा सकता है।
टेस्ट में इंस्फेलाइटिस का किसी हद तक पता सीबीसी टेस्ट से किया जा सकता है।
पैथोलॉजी विभाग प्रमुख डॉ. यूएस सिंह ने कहा कि आधुनिक सीबीसी एनालाइजर मशीन से टेस्ट के दौरान कई ग्राफ बनते हैं। इसका आंकलन करके संक्रमण व बीमारी की पहचान की जा सकती है। उन्होंने बताया कि जरूरी नहीं डेंगू में प्लेटलेट्स काउंट कम होने लगे हो। ऐसे में ब्लड की फोटो व ग्राफ देखकर भी बीमारी की पहचान हो सकती है।
डॉ. रश्मि कु शवाहा ने कहा कि हीमोफीलिया का पता भी सीबीसी की एडवांस एनालाइजर मशीन से लगाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि सीबीसी रिपोर्ट को ठीक से पढ़ना चाहिए। इससे डाक्टरों को किसी हद तक बीमारी का प्रारम्भिक चरण में पता लगा सकते हैं।