लखनऊ। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के इमरजेंसी ट्रामा सेंटर में मरीजों को पहले 24 घंटें निशुल्क इलाज की सुविधा शुरू कर दी गयी है, लेकिन योजना के शुरूआती दौर में तालमेल के अभाव में कुछ दवाओं के मिलने में दिक्कत आ रही है। केजीएमयू का दावा है कि कुछ दिनों में सेंट्रल स्टोर व एचआरएफ के बीच दवाओं के आपूर्ति में सुधार कर लिया जाएगा।
शासन से संस्तुति के बाद केजीएमयू के इमरजेंसी ट्रामा सेंटर में मरीजों को पहले 24 घंटे निशुल्क दवा देने की घोषणा की गयी थी। घोषणा के बाद कई महीने बीत जाने के बाद भी पहले 24 घंटे निशुल्क मरीजों को दिये जाने की घोषणा को अमली जामा नहीं पहनाया जा सका था। बताया जाता है कि इस योजना को शुरू करने के लिए केजीएमयू प्रशासन ने शासन से प्रस्तावित बजट मांगा था।
बताया जाता है कि बजट की संस्तुति होने के बाद ट्रामा सेंटर में मरीजों को पहले 24 घंटे निशुल्क इलाज देना शुरू कर दिया गया है। इसके तहत भर्ती होने के पहले 24 घंटे निशुल्क मरीजों को दिया जाने लगा है। इससे मरीजों को बेहद लाभ मिल रहा है। मरीज अरविंद के तीमारदार सूरज ने बताया कि पहले पर्ची थमा दी जाती थी। अब सीधे इलाज शुरू कर दिया जाता है। दवाओं व अन्य सामान नहीं मंगाया जा रहा है। फिर भी अभी कुछ सर्जिकल या अन्य दवाएं मरीजों को लाना पड़ रहा है।
केजीएमयू प्रवक्ता डा. सुधीर का कहना है कि पहले 24 घंटे निशुल्क इलाज की सुविधा शुरू कर दी गयी है। इससे मरीजों को बहुत राहत मिल रही है। खास कर दूर दराज से आने वाले मरीज या एक्सीडेंटल मरीजों को सामान लाने के लिए परिक्रमा नहीं करना पड़ रहा है। जिन दवाओं या अन्य संसाधन की कमी बनी है। वह केजीएमयू के सेंट्रल स्टोर व एच आर एफ के बीच तालमेल बना कर आपूर्ति शुरू कराया जा रहा है, ताकि मरीज को पहले 24 घंटे इलाज सहज तरीके से मिल सके।