पुराने तैनात डाक्टर नौकरी छोड़ इंटरव्यू में होने जा रहे शामिल
वेतन न बढ़ने से पहले से तैनात डाक्टरों में आक्रोश
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लखनऊ। स्वास्थ्य विभाग वॉक इन इंटरव्यू के माध्यम से नये डॉक्टरों की तैनाती करने के लिए की डेट निर्धारित कर दी है। खास बात यह है कि कोई भी डॉक्टर नौकरी छोड़कर न जाए इसलिए उनके वेतन में भी बढ़ा दिया गया है, जब कि पहले भर्ती हुए डॉक्टरों का वेतन अभी कम है। इससे नाराज काफी संख्या में डॉक्टरों ने नौकरी छोड़ रहे है आैर दोबारा साक्षात्कार में शामिल होने की तैयारी कर रहे है।
अगर स्वास्थ्य केंद्रों पर पहले से तैनात डाक्टर विरोध करते है तो चिकित्सा व्यवस्था पटरी से उतर सकती है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है पुराने चयनित डॉक्टरों के वेतन बढ़ाने के लिए एनएचएम से अभी कोई निर्देश नहीं मिले हैं।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी के तहत आगामी 24 जुलाई को डाक्टरों का वॉक इन इंटरव्यू होगा। इसमें 38 डॉक्टरों का चयन कि या जाना है।
साक्षात्कार में सरकारी अस्पतालों में इमरजेंसी मेडिकल अफसर के 18 पद भरे जाएंगे। इनका एक लाख रुपए वेतन निर्धारित किया गया है। वहीं मेडिकल अफसर के तीन पद के लिए लगभग 80 हजार रुपए वेतन व बीस हजार इंसेटिव मिलेगा। स्वास्थ्य विभाग अधिकारियों का कहना है। साक्षात्कार सीएमओ कार्यालय में होगा।
इसके अलावा अन्य चयनित किए गए डॉक्टरों को हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर तैनात कि या जाएगा। इनका वेतन भी एक लाख रुपए वेतन मिलेगा। वर्तमान में सीएमओ के अधीन खुले हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में तैनात डॉक्टरों का वेतन अभी तक 70 हजार रुपए दिये जा रहे है।
उनके वेतन बढ़ाने जाने के लिए कोई भी निर्देश एनएचएम से नहीं मिले हैं। ऐसे में डॉक्टरों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। कई डॉक्टरों ने इस्तीफा दे दिया है आैर नये सिरे से इंटरव्यू में शामिल होने की
तैयारी कर रहे है। जिम्मेदार अधिकारियों का कहना है आगामी एक दो दिन में एनएचएम से वेतन संबंधी नयी गाइड लाइन आने की उम्मीद है।