आत्म दाह के प्रयास में 85 प्रतिशत जल गयी थी
केजीएमयू मे वेंटिलेटर सपोर्ट पर चल रहा था इलाज
लखनऊ। सीएम आवास के समीप पंाच अगस्त को आत्मदाह का प्रयास करने वाली महिला अंजली जाटव आखिरकार जिंदगी की जंग हार गयी। बीतीरात करीब एक बजे किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के बर्न यूनिट में इलाज के दौरान अंजली की मौत हो गयी। इलाज कर रहे डाक्टरों के अनुसार महिला 85 प्रतिशत से ज्यादा जल चुकी थी। महिला की हालत शुरू से गंभीर बनी हुई थी आैर उसका वेंटिलेटर सपोर्ट देकर इलाज किया जा रहा था।
पारिवारिक विवाद के कारण छह दिन पहले सीएम आवास के समीप हुई घटना के बाद अजंली को केजीएमयू के बर्न यूनिट में भर्ती कराया गया था। अंजली जाटव को आत्मदाह के लिए उसके वकील ने उकसाया था। इस बात का खुलासा महिला के वकील की फोन रिकॉडिंग सामने आने के बाद पुलिस ने किया था। महिला को आत्मदाह के लिए उकसाने के आरोप में वकील को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था।
बताते चले कि उन्नाव के पुरवा थानाक्षेत्र के छत्ता खेड़ा गांव में रहने वाली अंजली जाटव पत्नी देशराज को उसके ससुराल में मार पीट के साथ ही प्रताड़ित करते थे।
अंजलि की तहरीर पर पुरवा पुलिस ने ससुरालियों के खिलाफ मारपीट और प्रताड़ित करने की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर महिला के पति और देवर को गिरफ्तार कर लिया था। आरोप है कि इसके बावजूद ससुराल उसे प्रताड़ित कर रहे थे, जिससे परेशान होकर मंगलवार को अंजली राजधानी में सीएम आवास के समीप अपने मासूम बच्चे को गोद में लेकर पहुंची। जहां उसने बैग में रखी पेट्रोल की बोतल निकाली और खुद पर छिड़कने के बाद आग लगा ली। आसपास के पुलिसकर्मी जब तक कुछ समझ पाते तब तक महिला बुरी तरह से आग की चपेट में आ चुकी थी।
बमुश्किल पुलिसकर्मियों ने महिला पर कंबल डालकर आग बुझायी तब तक महिला 85 प्रतिशत जल चुकी थी। महिला की आग बुझी तो वह रोते हुए खुद को बचाने की गुहार लगाते हुए वह बार-बार अपने बच्चे की तरफ देख रही थी। पुलिस तुरंत महिला को सिविल अस्पताल और वहां से केजीएमयू ले गई। जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई थी।