लोहिया संस्थान
लखनऊ। पतंग लूटने के चक्कर में बारह वर्षीय बच्चा लोहे के गेट पर चढ़ा आैर अचानक गेट से फिसल गया। गेट में लगा लोहे का बल्लम बच्चे की हाथ को चीरता हुआ आर-पार धंस गया। आनन-फानन आस-पास के लोगों ने बच्चे को लोहिया संस्थान की इमरजेंसी में भर्ती कराया। यहां डॉक्टरों की टीम ने जांच पड़ताल करने के बाद सर्जरी करने का निर्णय लिया। जटिल सर्जरी के बाद लोहे का बल्लम बाहर निकाल कर बच्चें का हाथ में ज्यादा इंजरी होने से बचा लिया।
इंदिरानगर के आम्रपाली चौराहा निवासी बारह वर्षीय विकास बुधवार को पंतग लूटने की कोशिश कर रहा था। इसी चक्कर में विकास लोहे के गेट पर चढ़ गया। पतंग पकड़ने की कोशिश में पैर फिसला आैर वह गिर गया। इसी दौरान उसकी दाहिनी हथेली में गेट में लगे लोहे के धारदार नुकीले बल्लम टूटकर धंस गया। खून से लथपथ हाल में बच्चे को लोहिया संस्थान की इमरजेंसी में भर्ती कराया। यहां सर्जरी विभाग के डॉ. रुद्रमणि की टीम ने मरीज को भर्ती कर इलाज शुरू किया। हाथ में चोट काफी गहरी थी। लोहा धंसने से शरीर में जहर भी फैलने की संभावना बनी हुई थी। इस लिए डॉक्टरों ने जांच के बाद स्थिति को देखते हुए तत्काल सर्जरी करने का निर्णय लिया।
एनस्थीसिया विभाग के डॉ. अनुराग अग्रवाल व उनकी टीम ने मरीज को बेहोशी दी। सर्जरी विभाग के डॉ. रूद्रमणि, डॉ. हरेंद्र पंकज, डॉ. पायल चौधरी व डॉ. विकास सिंह ने ढाई घंटे प्रयास के बाद मरीज के हाथ का सफल सर्जरी किया। हाथ में फंसे लोहे के बल्लम को न केवल सफलतापूर्वक निकाला बल्कि मरीज के हाथ को क्षतिग्रस्त होने से भी बचाया। सर्जरी के बाद बच्चे की हाथ ठीक है।