नयी दवाओं से सर्जरी का दर्द नियंत्रित करना आसान : डा. मोनिका
लखनऊ। इलाज से लेकर सर्जरी तक में एनस्थीसिया डाक्टरों की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। एनस्थीसिया डाक्टर अब सर्जरी से लेकर आईसीयू के मरीजों को बीमारियों से सुरक्षित कर रहे हैं। वर्तमान में एनस्थीसिया विशेषज्ञों की जिम्मेदारी बढ़ती जा रही है।
यह बात उपमुख्यमंत्री ब्राजेश पाठक ने शनिवार को किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में एनस्थिसिया विभाग द्वारा आयोजित चार दिवसीय इंडियन कॉलेज ऑफ एनस्थिसियोलॉजीस्ट्स (आईसीए) के पांचवें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में कही। एयरपोर्ट के निकट स्थित निजी होटल में कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि सरकारी चिकित्सा संस्थानों में मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इसका कारण चिकित्सा संस्थानों में मिलने वाली आधुनिक तकनीक की मिलने वाली सुविधाएं हैं।
उन्होंने कहा कि चिकित्सा संस्थानों में रोबोटिक सर्जरी, किडनी प्रत्यारोपण, लिवर प्रत्यारोपण लगातार सफलता पूर्वक प्रदेश में हो रहा हैं। इससे मरीजों प्रदेश के बाहर इलाज कराना कम हो रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार अस्पतालों को अपग्रेड करने का निरंतर प्रयास कर रही है। इसके लिए बजट की कमी नहीं होने दी जाएगी।
उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि कोरोना काल में एनस्थीसिया विशेषज्ञों ने दिन रात एक करके मरीजों के जीवन को सुरक्षित किया। आईसीयू-वेंटिलेटर में भर्ती में मरीजों को इलाज मुहैया कराया। कार्यक्रम में चिकित्सा शिक्षा राज्यमंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह ने कहा कि एनस्थीसिया विशेषज्ञों की कार्यशाला में देश विदेश से डॉक्टरों से नयी तकनीक के आदान-प्रदान करने के साथ ही लखनऊ के जायकों का भी लुत्फ लीजिये।
कार्यक्रम के क्लीनिकल सत्र में डॉ. मोनिका कोहली ने कहा कि नयी दवा रेमीफेनटानिल एक अल्पकालिक दर्दनाशक दवा है। जिसका प्रभाव तेजी से होता है। खास बात यह है कि दवा की डोज का निर्धारण आसान होता है। इस इंजेक्शन का उपयोग सर्जरी के दौरान और उसके बाद होने वाले गंभीर दर्द से राहत दिलाने के लिए किया जाता है। इस दवा से मरीजों की दर्द रहित सर्जरी कराने में काफी मदद मिल रही है।
कार्यक्रम में कुलपति डॉ. सोनिया नित्यानंद, डॉ. तन्मय तिवारी, डॉ. मनीष कुमार सिंह समेत अन्य विशेषज्ञ डाक्टर मौजूद थे।