लखनऊ। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में हाजिरी में गड़बड़ी की शिकायत पर केजीएमयू में एमबीबीएस अंतिम वर्ष के छात्रों ने हाथ की नस काट ली। छात्रा ने हॉस्टल में घटना को अंजाम दिया। आनन-फानन छात्रा को ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया। जहां इलाज के बाद छात्रा को डिस्चार्ज कर दिया गया।
घटना शुक्रवार की है। जनरल सर्जरी विभाग की क्लास में हाजिरी लगाने के बाद एमबीबीएस अंतिम वर्ष के छात्र सीट पर बैठ गए। डॉक्टर ने सीट पर बैठे छात्रों की गिनती की। हाजिरी रजिस्टर से मिलान कराया। जिसमें हाजिरी की संख्या के मुकाबले क्लास में दो छात्रों की मौजूदी कम थी। जांच में पता चला दो छात्र नहीं आए। फिर भी इनकी हाजिरी लगा दी गई। छात्रों को ऐसी हरकत न करने की चेतावनी देकर छोड़ दिया गया। आरोप हैं कि अगले दिन फिर क्लास में उपस्थित छात्रों ने ऐसे 20 विद्यार्थियों की हाजिरी लगा दी जो क्लास में मौजूद नहीं थे।
इसमें एक छात्रा भी थी। जो क्लास में नहीं थी। डॉक्टर ने वरिष्ठ डॉक्टर को पूरा मामला बताया। जिसके बाद वरिष्ठ डॉक्टर ने डीन से शिकायत करने को कहा। साथ ही कम हाजिरी वाले छात्रों को परीक्षा में न बैठने देने की बात कही।
इस बात से परेशान छात्रा ने हॉस्टल में जाकर हाथ की नस काटकर आत्महात्या का प्रयास किया। आनन-फानन छात्रा को ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने इलाज शुरू किया। डॉक्टरों का कहना है कि नस नहीं कटी। त्वचा कटी है। जिससे खून का रिसाव हुआ है। इलाज के बाद छात्रा को डिस्चार्ज कर दिया गया। छात्रों की हरकत के बाद विभाग के वरिष्ठ डॉक्टरों ने परिवारीजनों को बुलाया। परिवारीजन आए। उन्हें पूरी बात बताई गई। डॉक्टरों ने बताया कि छात्रा क्लास में मौजूद नहीं थी। फिर भी हाजिरी किसी सहयोगी ने लगा दी। जबकि 80 प्रतिशत हाजिरी जरूरी है। किसके कहने पर छात्रा की हाजिरी लगाई गई। इसकी भी जांच कराई जा रही है। केजीएमयू प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह का कहना है कि पूरे मामले की जांच कराई जा रही है।