लखनऊ। सरकारी अस्पतालों में बेड शीट घटिया स्तर पर आपूर्ति हो रही है या धुलाई इतनी तेज हो रही है कि छह महीने के अंदर ही बेड शीट फट जा रही है। फटी चादर मरीजों के बिस्तर पर बिछाई जा रही हैं। बलरामपुर अस्पताल में तीमारदारों ने फटी बेड शीट बदले जाने को लेकर तीमारदारों ने शिकायत किया,लेकिन अस्पताल के किसी जिम्मेदार अधिकारी ने कोई सुनवाई हीं नहीं की। इस पर तीमारदारों ने फटी बेड शीट का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वॉयरल कर दिया।
बताते चले कि बेड शीट धुलाई का काम निजी कम्पनी करती है, इस कम्पनी की सभी अस्पतालों में अपनी लॉड्री लगी है। जहां पर बेड शीट के अलावा कंबल व अन्य कपड़ों की धुलाई की जाती है। कम्पनी प्रति बेड के हिसाब से भुगतान किया जाता है। आरोप है अधिक ब्लीच का प्रयोग किए जाने से बेड शीट तीन से चार माह में फटने लगती है। इन कटी-फटी चादरों पर मरीजों को लिटाया जाता है।
रविवार को बलरामपुर अस्पताल के न्यू बिल्डिंग के आर्थोपैडिक
वार्ड में फटी बेड शीट बिछायी गयी। तीमारदारों ने आपत्ति जताकर बेड शीट बदलने की मांग की, लेकिन कोई सुनवाई नही हुयी। इससे नाराज एक तीमारदार ने वीडियो बनाकर उसे सोशल मीडिया पर वॉयरल किया। अस्पताल चिकित्सा अधीक्षक डॉ. हिमांशु चतुर्वेदी का कहना है कि फटी चादर बेड पर बिछाने की कोई की जानकारी नहीं है। उनका कहना है कि शिकायत की जांच करायी जाएगी।