केजीएमयू के सहयोग से मेडिकल कालेज
इसमें इंजीनियर व डाक्टर मिल कर करेंगे अध्ययन
लखनऊ। केजीएमयू के 120 वें स्थापना दिवस समारोह में आईआईटी कानपुर के निदेशक प्रो. मणिंद्र अग्रवाल ने कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र में और बेहतर परिणाम देने के लिए आईआईटी कानपुर केजीएमयू के सहयोग से अनोखा मेडिकल स्कूल खुलने जा रहा है, जिसमें अद्भुत तरीके से स्पेशल पीजी पाठ¬क्रम शुरु किया जाने का प्रस्ताव है। यहां डॉक्टर और इंजीनियर मिलकर मेडटेक के क्षेत्र में अध्ययन व रिसर्च करेंगे।
निदेशक आईआई टी ने कहा कि आईआईटी कानपुर की तरफ से केजीएमयू में एक एसआईबी शाइन प्रोग्राम को शुरू किया जा चुका है। उन्होंने बताया प्रोस्टेट कैंसर के क्षेत्र में जिनोमिक प्रोफाइलिंग के जरिये लिक्विड बीओप्सी मेथड को इजात करने में दोनों संस्थान मिलकर काम कर रहे। उन्होंने कहा कि चिकित्सा के क्षेत्र में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) मानव का विकल्प नहीं हो सकती, लेकिन उसकी भूमिका को बदलने की क्षमता रखती है। इसकी मदद से रिपोर्ट आदि को आसानी से पढ़ा जा सकता है। छोटी-छोटी बीमारियों का पहचान डाटा बेस के आधार पर एआई आधारित एप्लिकेशन के माध्यम से किया जा सकेगा। रोबोटिक सर्जरी भी भविष्य में नया आयाम तय करेंगी। जटिल सर्जरी आसान होगी, लेकिन रोबोट की कमान विशेषज्ञ डाक्टर के हा्थों में होगी।