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जनरल सर्जरी विभाग का स्थापना दिवस सेमिनार
लखनऊ। फास्ट फूड,फिजिकल एक्टिवटी सहित अन्य कारणों से लोगों में पाइल्स की समस्या कॉमन होने लगी है। पाइल्स में अस्सी प्रतिशत दिक्कत सिर्फ लाइफ स्टाइल को सुधार कर ही दूर की जा सकती है। यह जानकारी किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के पूर्व विशेषज्ञ सर्जन डा. अरशद ने जनरल सर्जरी विभाग के 113 वें स्थापना दिवस पर आयोजित सेमिनार में कही। इसके अलावा डा. अवनीश, डा. जेडी रावत सहित अन्य डाक्टरों ने सर्जिकल अपडेट पर जानकारी दी।
डा. अरशद ने कहा कि फास्ट फूड, पैक्ड फूड आदि का सेवन लोग युवा व बच्चें ज्यादा कर रहे है। इससे शरीर में फाइबर की कमी होने लगती है। यदि लोग डाइट में ज्यादा परहेज न करके घर का खाना व फ ल आदि खाये, इसके अलावा फिजिकल एक्टिवटी न होना, पानी का कम सेवन करते है। उन्होंने बताया कि टायलेट में मोबाइल पर गेम खेलना, बातें करना व अखबार पढ़ते रहते है। यह नहीं करते है। इसके अलावा इंटरनेट ज्ञान से दवाओं का सेवन करने लगते है। इससे दिक्कत ज्यादा बढ़ जाती है। डा. अरशद ने बताया कि एलेन फेश्चुला में लेजर तकनीक का प्रयोग बीमारी के अनुसार किया जाता है।
जब कि लोग लेजर से ही सर्जरी कराना चाहते है, जो कि गलत है। बीमारी के अनुसार लेजर का प्रयोग न करने पर साइड इफेक्ट भी देखे जा रहे है। इस लिए डाक्टर के परामर्श पर इलाज कराये। लेप्रोस्कोपिक विशेषज्ञ सर्जन डा. अवनीश ने बताया कि बैरिएट्रिक सर्जरी मोटे लोगों में वजन कम करने में की जाती है। इस सर्जरी करने से डायबिटीज, ब्लड प्रेशर समेत अन्य बीमारियों खुद ब खुद नियंत्रित हो जाती है। सेमिनार में डा. जेडी रावत सहित अन्य विशेषज्ञ डाक्टरों ने सर्जिकल जानकारी दी।