लखनऊ। कि ंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में ट्रामा सर्जरी विभाग के विशेषज्ञ डाक्टरों ने एक बार फिर जिंदगी के लिए संघर्ष कर रहे 14 वर्षीय किशोर को नयी जिंदगी दे दी है। यह किशोर जामुन के पेड़ से नीचे गिरा तो सरिया हाथ में बगल (काख) से निकल कर गले व मुंह के पिछले भाग को चीरते हुए पार निकल गया था। विशेषज्ञ डाक्टरों के सामने बेहोशी देने की चुनौती थी, लेकिन टीम ने लगभग चार घंटे तक चली जटिल सर्जरी करके किशोर को नयी जिंदगी दे दी है। किशोर वेंटिलेटर से बाहर है आैर तेजी से ठीक हो रहा है।
ट्रामा सर्जरी विभाग के प्रमुख डा. संदीप तिवारी ने बताया कि फतेहपुर बाराबंकी में जामुन के पेड़ की डाल टूटने से 14 वर्षीय विष्णु नीचे सीधे निर्माणाधीन मकान की निकली सरिया पर गिरा। उन्होंने बताया कि सरिया बगल (काख) से घुसा गले को चीरता हुआ मुंह के पिछले भाग को फाड़ता हुआ गले से निकल गया। वहां के स्थानीय डाक्टरों ने किशोर को देखते ही केजीएमयू के ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया गया। डा. संदीप तिवारी ने बताया कि यह किशोर शाम चार बजे के आस-पास पहुंचा। यहां पर डा. समीर मिश्रा, डा. यदुवेंद्र धीर के साथ डा. वैभव जायसवाल टीम ने किशोर का तत्काल एक्सरे किया तो पता चला कि गले व मुंह के पिछले भाग से सरिया निकला है, जो कि जरा सी चूक पर उसके लिए जानलेवा बन सकता है। उन्होंने बताया कि एनेस्थिसिया के अलावा नाक कान गला के रेजीडेंट डाक्टरों को सहयोग के लिए बुलाया गया। बेहोशी देने के लिए कृत्रिम श्वसन नली बनायी गयी आैर गले में चीरा लगाकर आक्सीजन दी गयी। इसके बाद लगभग चार घंटे तक जटिल सर्जरी में सरिया को निकाल दिया गया। डा. संदीप ने बताया कि सरिया जरा सा भी इधर- उधर हो जाता है तो उसकी तंत्रिका तंत्र को प्रभावित कर सकता था।
सर्जरी के बाद किशोर को वेंटिलेटर पर रखा गया। जहां से अब वह बाहर आ गया है आैर तेजी से ठीक हो रहा है।