न्यूज। मधुमेह की बढ़ती समस्या के साथ ही कुपोषण, रक्त की कमी को संतुलित पोषक आहार के माध्यम से दूर करने के लिए अब ‘डिजाइनर एग” की मदद ली जाएगी। वैज्ञानिको ने डिजाइनर एग तैयार करना शुरू कर दिया है आैर अब उत्पादन को बढ़ावा दिया जाएगा।
कुपोषण और रक्त की कमी की गंभीर समस्या को देखते हुए और बड़ी संख्या में मधुमेह पीड़तिों को संतुलित पोषक आहार उपलब्ध कराने को ध्यान में रखते हुए वैज्ञानिकों ने मुर्गियों के खानपान में पोषक और सूक्ष्म पोषक तत्वों को शामिल कर डिजाइनर एग तैयार किया है। यह अंडा सफेद रंग का सामान्य अंडों की तरह है लेकिन गुएावत्ता के कारण अपना विशेष स्थान रखता है ।
राष्ट्रीय कुक्कुट अनुसंधान संस्थान हैदराबाद में डिजाइनर एग तैयार किया गया है जिसमें कार्बोहाइड्रेट और ग्लूकोज की मााा बेहद कम है । एक अंडा में एक प्रतिशत से भी कम कार्बोहाइड्रेट है । एक अंडे का वजन 52 से 60 ग्राम के बीच होता है ।
इसमें एक सौ ग्राम अंडे (दो अंडा) में एक मिलीग्राम सूक्ष्म पोषक तत्व पाया जाता है । इसी प्रकार से दो अंडे में छह ग्राम प्रोटीन, एक अंडा में छह ग्राम वसा तथा भारी मााा में आयरन पाया जाता है । कैलशियम ,फास्फोरस और जिंक भी इसमें मौजूद हैं जो इसको और पौष्टिक बनाते हैं । इसमें कई प्रकार के विटामीन भी पाये जाते हैं जो कुपोषण की समस्या को दूर करने में सक्षम हैं । वैज्ञानिकों के अनुसार छह महीने में मुर्गियां डेढ से दो किलो वजन की हो जाती है और अंडा देने लगती है। एक साल में ये मुर्गियां 250 से 300 तक अंडे देती है। वैज्ञानिक मुर्गियों के सामान्य खानपान में थोड़ा बदलाव किया जाता है। इसमें आयरन की मात्रा को बढाया जाता है और जरुरत के हिसाब से भोजन में अन्य तत्वों को शामिल किया जाता है।
दक्षिण भारत के कई राज्यों में किसानों ऐसे अंउों का उत्पादन शुरु कर दिया ह,ै जिसका उन्हें सामान्य अंड़ों की तुलना में अधिक मूल्य मिलता है। कई कम्पनियां इन अंडों को खरीद रही है।