अभी सर्जरी की लंबी वेटिंग है मरीजों की…

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लखनऊ। कोरोना संक्रमण घटने से अस्पतालों में ओपीडी व्यवस्थाओं को 2 महीने बाद फिर शुरू कर दिया गया है, लेकिन जटिल सर्जरी के लिए मरीज अभी भी इंतजार कर रहे हैं। राजधानी में सबसे ज्यादा किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय, लोहिया संस्थान सर्जरी शुरू होने की इंतजार में वेटिंग में मरीज है। अगर निजी क्षेत्र के अस्पतालों को भी शामिल किया जाए, तो इन सभी को मिला करके लगभग 29000 मरीज अलग-अलग प्रकार की सर्जरी का इंतजार कर रहे हैं। इनमें सबसे ज्यादा जनरल सर्जरी, आर्थोपेडिक, बाल रोग विभाग, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी तथा प्लास्टिक सर्जरी विभाग यूरोलॉजी विभाग शामिल है।

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कोरोना संक्रमण काल में माइनर और मेजर सर्जरी दोनों बंद चल रही है। हालांकि इमरजेंसी में सर्जरी करने का दावा किया जाता है। लेकिन वहां ज्यादातर एक्सीडेंटल या बेहद इमरजेंसी सर्जरी होती है, जिसके बिना मरीज की जान पर बन आती है। केजीएमयू में न्यूरो सर्जरी, स्त्री रोग विभाग तथा नाक कान गला रोग विभाग के साथ इमरजेंसी सर्जरी की जा रही है। यहां पर जनरल सर्जरी के साथ जर्नल ओपीडी शुरू करने की कवायद चल रही है। आमतौर पर केजीएमयू के ज्यादातर ऑपरेशन थियेटरों में अलग-अलग लगभग 10 सर्जरी हो जाती है। जबकि अप्रैल महीने से सर्जरी बंद चल रही है। यूरोलॉजी विभाग में कुछ दिन इमरजेंसी सर्जरी की गई थी उसके बाद सर्जरी को रोक दिया गया था। इसी प्रकार सर्जरी विभाग में ब्लैक फंगस के मरीज भर्ती चल रहे हैं। केजीएमयू के प्रवक्ता डॉक्टर सुधीर सिंह के अनुसार ज्यादातर इमरजेंसी सर्जरी लगातार की जा रही है जनरल सर्जरी और जनरल ओपीडी अभी नहीं शुरू की गई है क्योंकि केजीएमयू को कोविड-19 अस्पताल बना दिया गया था। जैसे ही आदेश मिलता है वैसे ही के जिला प्रशासन मरीजों के हित में काम करना शुरू कर देगा। वही लोहिया संस्थान में भी ओपीडी तो शुरू कर दी गई है, लेकिन अभी जनरल सर्जरी व अन्य विभागों में मेजर व माइनर सर्जरी नहीं की जा रही है। इसी प्रकार किसी भी प्रकार का ट्रांसप्लांट कि अभी नहीं हो रहा है। संस्थान भी जनरल सर्जरी विभाग अन्य विभागों में सर्जरी शुरू करने की तैयारी कर रहा है। इस संबंध में जल्द ही लोहिया संस्थान प्रशासन निर्णय लेगा। जबकि पीजीआई में गंभीर मरीजों की सर्जरी शुरू कर दी है। अगर देखा जाए तो कोरोना संक्रमण काल में निजी क्षेत्र के बड़े और छोटे अस्पताल ज्यादातर कोविड-19 अस्पतालों में परिवर्तित कर दिए गए थे। इस कारण यहां पर होने वाली सभी प्रकार की सर्जरी भी नहीं हो पा रही थी। स्वास्थ्य विभाग ने बुधवार शाम को निजी क्षेत्र के 32 अस्पतालों को नॉन कोविड कर दिया है। बताया जाता है यहां पर जल्द ही सर्जरी शुरू कर दी जाएगी।

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