लखनऊ। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में अभी तक गंभीर स्वाइन फ्लू मरीजों को इलाज मिलना मुश्किल हो रहा है। दावों के बाद भी ट्रामा सेंटर में छह बिस्तरों को आइशोलेशन वार्ड अभी तक तैयार नहीं हो सका है। इससे मरीजों को गांधी वार्ड ही रेफर किया जा रहा है। शनिवार को स्वाइन फ्लू मरीज को भर्ती करने के चक्कर में मौत भी हो चुकी है।
केजीएमयू में स्वाइन फ्लू के मरीज लगातार बढ़ते जा रहे है। स्वाइन फ्लू के इलाज के लिए अभी तक गांधी वार्ड व संक्रामक रोग विभाग ही निर्धारित किया गया है। यहां पर मरीज भर्ती हो रहे है। इसके अलावा पल्मोनरी क्रिटकल केयर यूनिट में भी एक स्वाइन फ्लू के मरीज को भर्ती किया गया है। इसके अलावा केजीएमयू प्रशासन ने दावा किया था कि ट्रामा सेंटर में छह बिस्तरों का आइशोलेशन वार्ड बनाने के लिए कहा था। केजीएमयू प्रशासन का दावा था कि शनिवार को यह वार्ड शुरू हो जाएगा आैर इमरजेंसी स्वाइन फ्लू के मरीजों को भर्ती किया जाएगा। शनिवार को ही स्वाइन फ्लू से पीडि़त मरीज ट्रामा सेंटर में भर्ती होने के लिए आयी थी।
उसे भर्ती करने की बजाय गांधी वार्ड शिफ्ट कर दिया गया। मरीज की हालत ज्यादा खराब होने के कारण मरीज की रेफर के दौरान जाते वक्त ही मौत हो गयी। रविवार को भी आइसोलेशन वार्ड तैयार नहीं हो पाया था। मरीजों को गांधी वार्ड ही शिफ्ट किया जा रहा है। बताया जाता है कि अभी तक यह ही तय नहीं हो पा रहा है कि स्वाइन फ्लू आइशोलेशन मेडिसिन विभाग में बनेगा या अन्य किसी वार्ड में बनाया जाएगा। सभी अधिकारी इस मामले में मौन साधे हुए है।