किडनी चोरी का आरोप, जांच शुरू

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लखनऊ। गोमती नगर के विभूतिखंड स्थित निजी अस्पताल पर महिला ने सर्जरी के दौरान किडनी चोरी का गंभीर आरोप लगाया है। महिला एक्सीडेंट में घायल होने पर भर्ती हुई थी, इस दौरान वह गर्भवती भी थी। आरोप है कि सर्जरी से पहले अल्ट्रासाउंड हुआ तब रिपोर्ट में दोनों किडनी मौजूद थी। कुछ दिन बाद पेट में दर्द होने पर डॉक्टर ने दोबारा जांच करायी,तो जांच रिपोर्ट में दाहिनी किडनी नहीं है। पीड़ित महिला ने मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री , जिलाधिकारी तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) को लिखित शिकायत प्रेषित की है। सीएमओ ने तत्काल प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए महिला को बुलाकर उसके बयान दर्ज करने के साथ ही साक्ष्य लिया है। इसके आधार पर निजी अस्पताल पर कार्रवाई की जाएगी।

 

 

 

 

 

 

गोमतीनगर क्षेत्र स्थित हुसड़िया निवासी शाहबुद्दीन की पत्नी शबनम (25) एक्सीडेंट में घायल हो गई थी। इस दौरान वह गर्भवती भी थी। तीमादार तत्काल उसे लेकर विभूतिखंड स्थित प्राइड अस्पताल लेकर पहुंचे। यहां पर डॉक्टरों ने जांच की तो पता चला कि गर्भस्थ शिशु मर चुका था। डॉक्टरों ने पहले महिला की सामान्य डिलवरी कराने की कोशिश किया, लेकिन दिक्कत का निदान न होने पर वहां पर स्त्री रोग विशेषज्ञ डाक्टर ने सिजेरियन करके मृत शिशु को बाहर निकाल दिया था। महिला बीती 12 मार्च को मरीज को अस्पताल से डिस्चार्ज भी हो गयी थी। पति का आरोप है कुछ दिन बाद पत्नी के पेट में दर्द उठा तो डॉक्टर ने अल्ट्रासाउंड परामर्श दिया। अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट में दाहिनी किडनी गायब मिली। जबकि इससे पहले हुए अल्ट्रासाउंड में दोनों किडनी होने का दावा किया गया है। पति का आरोप है निजी अस्पताल ने पहले 25 हजार रुपए में पूरे इलाज का दावा किया था, लेकिन डिस्चार्ज के वक्त लगभग सवा लाख रुपए का बिल थमाया था। पति ने किडनी गायब होने की शिकायत मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री , जिलाधिकारी तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) से किया था। वहां से प्रकरण के जांच के आदेश दिए गए। सोमवार दोपहर महिला पति संग सीएमओ कार्यालय पहंुची आैर स्वास्थ्य अधिकारियों को अपना बयान दर्ज कराया। इसके साथ ही अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट व अन्य इलाज के दस्तावेज दिये है। टीम ने सभी जांच रिपोर्ट का मंथन करने बाद अपनी रिपोर्ट देगी।
सीएमओ डॉ. मनोज का कहना है कि आरोप गंभीर है। पूरे प्रकरण की जांच हो रही है। जांच बाद आगे की कार्रवाई होगी।

 

 

 

 

 

जब कि अस्पताल के संचालक डा. जावेद का कहना है कि महिला हादसे में घायल होने बाद अस्पताल पहुंची थी। उसका इलाज किया गया, लेकिन किडनी गायब होने का आरोप बिल्कुल बेबुनियाद है। आरोप के अनुसार इस प्रकार की सर्जरी में किडनी निकाला जाना संभव नहीं है। उनका कहना है कि तीमारदार काफी गरीब थे वह अपना बिल भी पूरा देकर नहीं गए थे।

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