लखनऊ। चौक में लोहिया पार्क के पास एसिड अटैक में घायल हुए लड़की व उसके भाई एमबीबीएस छात्र की हालत स्थिर बनी हुई है। इलाज कर रहे डाक्टरों के अनुसार एमबीबीएस छात्र के घाव गहरे है, जल्द सर्जरी की जाएगी। जब कि लड़की चेहरे की स्थिति पट्टी खोलने के बाद ही पता चल जाएगा कि क्या करना है। बृहस्पतिवार को स्वास्थ्य विभाग अधिकारियों ने भी केजीएमयू पहुंच कर परिजनों से एसिड अटैक पीड़ितों का हालचाल जाना आैर डाक्टरों से बात चीत की।
एसिड घटना से पीड़िता का परिवार सहमा हुआ है। केजीएमयू के प्लास्टिक सर्जरी विभाग में इलाज के दौरान होश आने पर छात्रा ने अपना चेहरा शीशे में देखा। चेहरा देख वह बुरी तरह डर गयी आैर रोने लगी।
विभाग प्रमुख डा. विजय कुमार ने बताया कि लड़की के चेहरे पर एसिड गिरने से आंखों प्रभावित हो सकती है। चेहरे का रंग आज डार्क हो गया है, जिससे लगता है कि एसिड का प्रभाव अंदर हो सकता है। यह कुछ दिनों बाद पट्टी खोलने पर स्पष्ट हो जाएगा। फिलहाल हालत स्थिर बनी हुई है अौर आंख का भी इलाज चल रहा है, लेकिन रिकवरी में वक्त लगेगा।
उन्होंने बताया कि एमबीबीएस छात्र पर घटना के वक्त एसिड सबसे ज्यादा पड़ा। पीठ के अलावा हाथ और सीना भी झुलस गया। पीठ में गहरे घाव हैं। आने वाले समय में उसकी सर्जरी की जा सकती है। परिजनों ने बताया कि बृहस्पतिवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी आैर कई स्वास्थ्य अधिकारी आये आैर इलाज के बारे में जानकारी ली। डाक्टरों से भी बात की थी। इसके अलावा केजीएमयू के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. बीके ओझा व कुलसचिव भी एसिड अटैक पीड़ितों का हालचाल जाने के लिए पहुंचे। उन्होंने डाक्टरों को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिये।