महाकुंभ ने सामाजिक समरसता को दिया नया आयाम
महाकुंभ ने किया जातीय भेदभाव का अंत
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लखनऊ । अंबेडकर महासभा के अध्यक्ष एवं भाजपा एमएलसी डॉ. लालजी प्रसाद निर्मल ने कहा कि बाबा साहब आंबेडकर के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सामाजिक परिवर्तन के सबसे बड़े नायक हैं। उन्होंने कहा कि महाकुंभ 2025 ने सामाजिक असमानता को दूर करने में अहम भूमिका निभाई है।
डॉ. निर्मल ने कहा कि अस्पृश्यता का अंत भले ही आजादी के बाद हुआ था, लेकिन इसकी वास्तविक जन-स्वीकार्यता तब देखने को मिली जब 67 करोड़ श्रद्धालुओं ने बिना किसी भेदभाव के एक साथ स्नान कर सामाजिक एकता का परिचय दिया।
डॉ. निर्मल ने कहा कि महाकुंभ के आयोजन ने अस्पृश्यता पर करारा प्रहार किया है। जिस घाट पर शंकराचार्य ने डुबकी लगाई, उसी घाट पर दलित समाज के लोगों ने भी स्नान किया। यही नहीं, प्रसिद्ध उद्योगपति अडानी और अंबानी ने जहां अमृत स्नान किया, वहीं सफाई कर्मचारी और खोमचे वालों ने भी उसी जल में पुण्य अर्जित किया।
उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ को इस सामाजिक समरसता के सफल आयोजन के लिए सदियों तक याद रखा जाएगा।
डॉ. निर्मल ने कहा कि हर घर शौचालय योजना ने प्रदेश में हाथ से मैला उठाने की कुप्रथा का अंत कर दिया है। अब समाज के हर वर्ग को सम्मानपूर्वक जीवन जीने का अवसर मिल रहा है।
इस अवसर पर अंबेडकर महासभा के प्रदेश अध्यक्ष प्रमोद कुमार ने सामुदायिक शौचालयों में कार्यरत महिला कर्मियों की स्थिति पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि उन्हें मात्र 6,000 रुपये मानदेय मिलता है, जो अक्सर विलंब से मिलता है। उन्होंने सरकार से मांग की कि भुगतान ग्राम पंचायत के माध्यम से सीधे केयर-टेकर को किया जाए।
इस अवसर पर डॉ. अंबेडकर महासभा के प्रदेश अध्यक्ष प्रमोद कुमार, सावित्री चौधरी, अमरनाथ प्रजापति, रचना चंद्रा, सर्वेश पाटिल, रामचंद्र पटेल, सविता देवी, ऊषा देवी, रामधर राकेश सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।