लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ की डेढ़ करोड़ रुपये मदद की घोषणा के बाद अब लोहिया संस्थान की महिला रेजिडेंट डॉक्टर के लंग्स प्रत्यारोपण हैदराबाद स्थित कृष्णा इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल सांइसेस (किम्स) में होगा। बृहस्पतिवार को लोहिया संस्थान के डॉक्टर व परिजनों के बीच संस्थान के चयन को लेकर चर्चा की गयी। डॉक्टर के परामर्श के बाद परिजनों ने किम्स में फेफड़ा प्रत्यारोपण की अनुमति दे दी है। फि लहाल अभी लोंिहया संस्थान ने लंग्स प्रत्यारोपण के लिए चयन को लेकर अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है।
बताते चले कि संस्थान के स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग में तैनात रेजिडेंट डॉक्टर कोरोना संक्रमण में चपेट में आने के बाद इलाज के दौरान उसके दोनों फेफड़े चपेट में आये गये आैर क्रियाशील नहीं रह गये। उसे संस्थान के आईसीयू में इक्मो मशीन के माध्यम से श्वसन क्रिया जारी रखी जा रही है। डाक्टरों के अनुसार करीब 46 दिन से डॉ. शारदा सुमन इक्मो उपकरण के सहारे चल रही हैं। विशेषज्ञ डाक्टरों की कमेटी ने डॉ. शारदा को फेफड़ा प्रत्यारोपण का परामर्श दिया है। इस पर करीब डेढ़ करोड़ रुपये का खर्च आ रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अपील को संज्ञान में लेते हुए डॉ. शारदा के फेफड़ा प्रत्यारोपण पर आने वाले डेढ़ करोड़ रुपये खर्च की मदद की घोषणा की। बृहस्पतिवार को आदेश भी लोहिया संस्थान प्रशासन को मिल गया। आदेश मिलने के साथ ही लोहिया संस्थान की निदेशक डा. सोनिया नित्यानंद ने देश के चार प्रमुख संस्थानों में फेफड़ा प्रत्यारोपण के लिए सम्पर्क भी करना शुरू कर दिया। इसमें हैदराबाद के यशोदा व किम्स संस्थान शामिल हैं। वहीं चैन्नई के एमजीएम व अपोलो में फेफड़ा प्रत्यारोपण की सुविधा है। संस्थान के प्रवक्ता डॉ. श्रीकेश सिंह के मुताबिक किम्स व एमजीएम में फेफड़ा प्रत्यारोपण को लेकर सम्पर्क बना हुआ है। वहां पर बात चीत की जा रही है।