न्यूज। राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग विधेयक के विरोध में प्रदर्शन कर रहे रेजिडेंट डॉक्टरों के सड़क पर उतरने के बाद दक्षिण दिल्ली में एम्स और सफदरजंग अस्पताल के बाहर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। ये दोनों अस्पताल सड़क के आमने-सामने ही स्थित हैं। इस बीच अधिकारियों ने शनिवार को प्रदर्शनकारी डॉक्टरों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की धमकी दी।
हड़ताली डॉक्टर सफदरजंग अस्पताल से मार्च करते हुए रिंग रोड की दिशा में आगे बढे। इससे पहले चिकित्सा अधीक्षक ने काम पर नहीं लौटने की स्थिति में डॉक्टरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की धमकी दी थी। बाद में वे परिसर लौटे आैर अस्पताल के गेट नंबर दो पर धरने पर बैठ गये। एम्स के हड़ताली डॉक्टरों ने अस्पताल के गेट नंबर एक के बाहर प्रदर्शन किया।
उन्होंने कहा कि विधेयक को ‘गरीब विरोधी, छात्र विरोधी आैर अलोकतांत्रिक” बताते हुए रेजिडेंट डॉक्टरों ने लगातार तीसरे दिन शनिवार को भी हड़ताल जारी रखा। हालांकि दिल्ली में कई अस्पतालों में आपात सेवाएं बहाल कर दी गयीं।
स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिये अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। प्रदर्शन के कारण इलाके में यातायात जाम लगा आैर यात्रियों को असुविधा हुई।
सफदरजंग अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक द्वारा चेतावनी जारी किये जाने के बाद प्रदर्शनकारियों ने अपना प्रदर्शन आैर तेज कर दिया। चिकित्सा अधीक्षक सुनील गुप्ता ने अस्पताल के रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष को संबोधित करते हुए एक पत्र में कहा, ”मंत्रालय से मुझे आपको यह सूचित करने का निर्देश मिला है कि अगर हड़ताली डॉक्टर तुरंत ड्यूटी पर नहीं लौटे तो उनके खिलाफ निलंबन/सेवा से हटाये जाने, हॉस्टल परिसर खाली कराने जैसी कड़ी दंडात्मक कार्रवाई की जाये।”” अस्पताल के एक कर्मचारी ने बताया कि सफदरजंग अस्पताल की आपात सेवा अब तक प्रभावित है।
अब PayTM के जरिए भी द एम्पल न्यूज़ की मदद कर सकते हैं. मोबाइल नंबर 9140014727 पर पेटीएम करें.
द एम्पल न्यूज़ डॉट कॉम को छोटी-सी सहयोग राशि देकर इसके संचालन में मदद करें: Rs 200 > Rs 500 > Rs 1000 > Rs 2000 > Rs 5000 > Rs 10000.