लखनऊ। सर्जरी विभाग अब आर्गन बेस सर्जरी पर विशेष ध्यान देगा। इसके लिए विभाग को आठ यूनिट में विभाजित किया गया है। ताकि मरीज की बेहतर व उच्चस्तरीय सर्जरी की जा सके। सर्जरी की अपडेट व तकनीकी जानकारी के लिए कल से सर्जिकल शिक्षा सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है। यह जानकारी केजीएमयू स्थित जनरल सर्जरी विभाग के प्रमुख प्रो. अनुभव अरु ण सोनकर ने पत्रकार वार्ता में दी।
विभाग में आर्गेन बेस सर्जरी शुरू हो चुकी है –
उन्होंने बताया कि सर्जिकल शिक्षा सप्ताह में राज्य आैर मेडिकल कालेजों के सर्जरी विभाग के डाक्टरों व जूनियर रेजीडेंट डाक्टर शामिल होंगे। प्रो. सोनकर ने बताया कि विभाग में आर्गेन बेस सर्जरी शुरू हो चुकी है। इस पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इसमें आठ यूनिट लैप्रोस्कोपिक सर्जरी, हेड एण्ड नेक सर्जरी, कोलोरेक्टल सर्जरी, आंको सर्जरी, थोरेसिक सर्जरी, ट्रामा सर्जरी को नियमित रूप विभाग में संचालित कि या जा रहा है। आपरेशन में नयी तकनीक के उपकरण आने के बाद एनेस्थिसिया के उपकरण भी उच्च तकनीक है। इससे जटिल सर्जरी करने में भी मदद मिल जाती है।
उन्होंने बताया कि जनरल सर्जरीन् विभाग 18 फरवरी को अपना 62 स्थापना दिवस मनाने जा रहा है। इस अवसर पर आयोजित समारोह में विशेषज्ञ डाक्टर लेप्रोस्कोपी, पैक्रियाटिक कैंसर सहित अन्य सर्जरी की तकनीक बतायी जाएगी। प्रो. सोनकर ने बताया कि इस वर्ष की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार ओपीडी में कुल 50445 रोगियों को देखा गया। वही 10074 सर्जरी विभिन्न विभाग के ओटी में किये गये।