लखनऊ। फास्टफूड में चाऊमीन, पास्ता का स्वाद बढ़ाने वाला अजीनोमोटो का स्वाद सभी के स्वास्थ्य को गड़बड़ा रहा है। इससे स्वास्थ्य सम्बधी कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं। ब्लड प्रेशर गड़बड़ाने के साथ ही थकान कमजोरी जैसी कई अन्य समस्याएं घेर सकती हैं। यह जानकारी केजीएमयू फिजियोलॉजी विभाग के प्रमुख डॉ. नरसिंह वर्मा ने बृहस्पतिवार को पत्रकार वार्ता में दी।
डॉ. वर्मा ने कहाकि पहले लोगों को दाल, चावल, रोटी, पूड़ी सब्जी आदि को भूख लगने पर प्राथमिकता देते थे। अब बच्चा हो या बड़ा सभी को फास्ट फूड की भूख लगने पर पहले नजर आता है। यही कारण है कि अभी तक खट्टा, मीठा, कड़वा और नमकीन का स्वाद लोग चखते थे। अब पांचवा स्वाद अजीनोमोटो का आने लगा है। उन्होंने बताया कि अजीनोमोटो का जरुरत से ज्यादा सेवन न्यूरोट्रांसमीटर को प्रभावित करता है। जो लोगों को फास्ट फूड खाने को मजबूर करता है। उन्होंने बताया कि अजीनोमोटो से तैयार खाने पीने की खाद्य वस्तुएं स्वास्थ्य के लिए बेहतर नहीं है। उन्होंने बताया कि यदि लोग अलग-अलग तरह के व्यंजन खाना का शौक रखते हैं तो उन्हें घर पर ही बनाने की कोशिश करनी चाहिए। सभी को स्ट्रीट फूड खाने से बचना चाहिए। उन्होंने बताया कि न्यूरोट्रांसमीटर के प्रभाव में खाना खाने की आदत लोगों को बीमार कर सकती है।
डॉ. नरसिंह वर्मा ने बताया कि फिजियोलॉजी का राष्ट्रीय सम्मेलन 27 से 29 अक्तूबर तक चलेगा। इसमें फिजियोलॉजी के क्षेत्र में नये आ सफल अनुसंधान के लिए एक मंच है। इसमें नींद, ब्लड प्रेशर, ब्रोनस्टेम श्रवण उत्पन्न प्रतिक्रिया, योग आदि पर विस्तार से चर्चा होगी। विशेषज्ञ अनुभव साझा करेंगे। शोध पत्र पढ़ेंगे। आयोजन के प्रमुख डॉ. नरसिंह वर्मा, वैज्ञानिक अध्यक्ष डॉ. श्रद्धा सिंह और सचिव डॉ. मनीष बाजपेयी होंगे। डॉ. मनीष वाजपेई ने बताया कि कार्यक्रम में 300 विशेषज्ञ भाग लेंगे, जिसमें विभिन्न विषयों पर 150 वक्ता जानकारी साझा करेंगे। छह संगोष्ठियां होंगी।