लखनऊ।- समाजवादी चिंतक और समाजवादी विचारधारा के नेता मोहन सिंह की 6वीं पुण्यतिथि पर रविवार को समाजवादी पार्टी के राष्टीय अध्यक्ष अखिलेश यादव उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। सपा प्रदेश कार्यालय में अखिलेश यादव के साथ तमाम अन्य नेताओं ने मोहन सिंह को याद करते हुए उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि आज हम सभी सपा कार्यकर्ता स्वर्गीय मोहन सिंह को याद कर रहे हैं।
इस मौके पर भाजपा सरकार पर तंज कसते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि बार-बार आईआईएम जाने से तो अच्छा होता कि यूपी को 2 आईआईएम और मिल गए होते। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने अपना ढाई साल का कार्यकाल खराब कर दिया तो अब आईआईएम में सीखने की याद आई है। अखिलेश यादव ने कहा कि मैं आईआईएम के प्रोफेसर से कहना चाहूंगा कि इस सरकार को समझाएं कि रिवर फ्रंट एक अच्छा बिजनेस माॅडल कैसे हो सकता है। कहा कि जब इन्हें इन्वेस्टर समिट करना था तो सारी लाइटें जला दी और जैसे ही इन्वेस्टर समिट खत्म हुआ, लाइटें बुझा दी गईं।
दुनिया के बड़े-बड़े देशों में जो रिवर फ्रंट हैं, हम गोमती के किनारे वैसा ही रिवर फ्रंट बनाना चाह रहे थे। यहां हम दुनिया का सबसे अच्छा फौव्वारा लगाने वाले थे, ताकि यहां के लोग अमेरिका और दुबई की प्रशंसा न कर अपने शहर के रिवर फ्रंट की बात करें। अखिलेश यादव ने कहा कि एक्सप्रेस-वे पर सरकार खूब पैसे कमा रही है। रोज डेढ़ करोड़ रुपए की इनकम हो रही है। एक्सप्रेस-वे की क्वालिटी कितनी अच्छी है, उसका मेंटेनेंस कितना अच्छा है, कम से कम आईआईएम में यह जरूर सीख लें कि सड़कों पर गाय मां और सांड न दिखाई दें।
अखिलेश ने यह भी कहा कि योगी के मंत्री और अफसर आईआईएम में यह भी सीखें कि क्वालिटी की सड़के कैसे बनाएं। क्योंकि प्रदेश की सड़कों पर गड्ढे हो गए हैं, जबकि कहावत है कि डबल दा स्पीड ट्रिपल दा इकॉनमी। अखिलेश यादव ने कहा कि प्रदेश में सड़कों के अभी भी कई प्रोजेक्ट्स अधूरे पड़े हैं, ये लोग आईआईएम से सीखें कि कैसे प्रोजेक्ट्स कंपलीट किए जाते हैं। यदि नहीं सीख पा रहे हैं तो समाजवादियों को मौका दें। हम बताएंगे कि कैसे 21 महीनों में एक्सप्रेसवे बनता है और फिर उस पर कैसे मिराज और सुखोई उतरता है।
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