मेडिकल उपकरणों की ‘केयर’ करेगी एप्लीकेशन

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उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने दी जानकारी, तकनीकी सहयोग इकाई ने की तैयार

 

 

 

 

‘यूपी के स्वास्थ्य केंद्र’ के जरिए होगी संचालित, एनेक्सी में बैठक में हुई चर्चा

 

 

 

 

लखनऊ। सरकार को उद्देश्य लोगों को उच्च स्तर की स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना है। इस दिशा में व्यापक स्तर पर कार्य चल रहा है। मेडिकल सुविधाओं के क्षेत्र में यूपी को देश में नंबर वन बनाना है। यह कहना है प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक का। वे गुरुवार को एनेक्सी के लाल बहादुर शास्त्री भवन में स्वास्थ्य विभाग की बैठक को संबोधित कर रहे थे। इस महत्वपूर्ण बैठक में प्रमुख सचिव (चिकित्सा स्वास्थ्य) पार्थ सारथी सेन शर्मा सहित विभागीय आला अधिकारी मौजूद रहे।

 

 

 

बैठक में कई बिंदुओं पर व्यापक चर्चा हुई। जानकारी दी गई कि यूपी के स्वास्थ्य केंद्र (वेब पोर्टल) पर उत्तर प्रदेश तकनीकी सहयोग इकाई (यूपीटीएसयू) के सहयोग से केयर (क्रिटिकल एसेसमेंट एंड रिव्यू ऑफ इक्यूपमेंट) एप्लीकेशन विकसित की गई है, जो इन उपकरणों की उपलब्धता और रख-रखाव का पूरा ब्यौरा रखेगी। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि इस एप्लीकेशन की निगरानी के लिए भी स्टाफ की तैनाती की जाए।

 

 

 

 

प्रमुख सचिव ने जानकारी दी कि हर सोमवार को इस एप्लीकेशन पर लॉग इन करके नोडल अधिकारी द्वारा महत्वपूर्ण चिकित्सा उपकरणों की जानकारी अपलोड की जाएगी। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य महानिदेशालय द्वारा मासिक आधार पर समीक्षा संकलित कर प्रगति आख्या शासन को प्रेषित की जाएगी। यूपीटीएसयू द्वारा उक्त एप्लीकेशन के रोल आउट के लिए प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। एप्लीकेशन पोर्टल पर अंकित महत्वपूर्ण जानकारी पर अगर कोई संशोधन किया जाता है तो इस संबंध में महानिदेशालय स्तर से ही कार्रवाई की जाएगी।

 

 

 

*निजी निवेश को लेकर हुई चर्चा*
अस्पतालों के विकास में निजी निवेश हेतु सरकार के सहयोग की नीति विषय को लेकर हुई बैठक में पुरानी पीपीपी नीति और नई परिभाषित नीति पर चर्चा हुई। भारत सरकार द्वारा वाएबिलिटी गैप (वीजीएफ) एवं राज्य सरकार द्वारा प्रोत्साहन संबंधी मॉडलों पर चर्चा हुई। दोनों ही योजनाओं को किस तरह से संचालित किया जाएगा। इसकी जानकारी भी बैठक में दी गई। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि दोनों ही मॉडलों के सभी पहलुओं पर विस्तृत चर्चा के लिए जल्द ही बैठक बुलाई जाए। सरकार की मंशा है कि प्रदेश की जनता को उच्च स्तरीय स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं। हम इस दिशा में लगातार आगे बढ़ रहे हैं।

*वीएचएनडी का मिल रहा लाभ*
छाया एकीकृत ग्राम स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस को लेकर जानकारी दी गई कि साल 2015 से पहले एएनसी सेवाएं तमाम लोगों को पहुंच से दूर थीं। वीएचएनडी केवल नियमित टीकाकरण तक ही सीमित था। अब एएनसी, परिवार नियोजन और बाल एवं किशोर स्वास्थ्य सेवाओं को वीएचएनडी में सम्मलित किया गया है। प्रसव पूर्व जांच एवं नियमित टीकाकरण सेवाओं की प्रदायगी का वीएचएनडी सबसे बड़ा प्लेटफॉर्म है।

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