लखनऊ। राजधानी में वर्षों से जमे डॉक्टर व कर्मचारियों का जल्द ही हटाने का काम शुरू होने जा रहा है। शासन के आदेश के बाद अधिकारियों ने कार्रवाई की तैयारी शुरू कर दी हैं। स्वास्थ्य विभाग की महानिदेशक डॉ. लिली सिंह ने सभी सरकारी अस्पताल व मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को आदेश भेज दिया है। इसमें संबद्ध डॉक्टर व कर्मचारियों को मूल तैनाती वाले स्थान पर भेजने के निर्देश जारी किया है।
बताते चले कि प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने 13 जुलाई को डॉक्टर-कर्मचारियों की संबद्धता समाप्त करने का आदेश जारी किया था। आदेश में साफ कहा गया था कि न्यायालय, राजभवन, उप्र मेडिकल सप्लाईज कारपोरेशन, ड्रग वेयर हाउस, कोविड अस्पताल को छोड़ बाकी जगह तैनात डॉक्टर व कर्मचारियों की संबद्धता समाप्त की जाए। तत्काल डॉक्टर व कर्मचारी अपनी मूल तैनाती वाले स्थल पर जाकर ज्वाइन करें।
अब पहली अगस्त को स्वास्थ्य विभाग की महानिदेशक डॉ. लिली सिंह डॉक्टर व कर्मचारियों की संबद्धता समाप्त करने का आदेश जारी कर दिया। इसके बाद लखनऊ में रहने के लिए बहुत से डॉक्टर व कर्मचारियों ने सिफारिशों से संबद्धता करा रखी है। देखा जाए तो अलीगंज स्थित राज्य स्वास्थ्य संस्थान में आधा दर्जन से अधिक डॉक्टर लंबे समय से तैनात चल रहे हैं। इनमें ज्यादातर लोगों ने राज्य स्वास्थ्य संस्थान से संबद्ध करा रखा है। इसी प्रकार दूसरी ईकाईयों से भी काफी संख्या में डॉक्टर-कर्मचारी संबद्ध चल रहे हैं। स्वास्थ्य महानिदेशक का आदेश सीएमओ कार्यालय, प्रशिक्षण केंद्र, राज्य स्वास्थ्य संस्थान व अस्पतालों में पहुंचने के बाद डॉक्टर-कर्मचारियों में हड़कम्प मच गया है। इन सभी ने तैनाती बनी रहने के लिए जोड़ तोड़ के साथ आस-पास जनपदों में हटाये जाने पर तैनाती की तैयारी शुरू कर दी है.