लखनऊ। विश्व मधुमेह दिवस पर डायबिटीज के प्रति जागरूक करने के लिए गोमती नगर में डायबिटीज वॉक का आयोजन किया गया। वॉक को प्रदेश उप मुख्य मंत्री ब्राजेश पाठक ने झंडी दिखाकर व गुब्बारें उड़ा कर रवाना किया। इसके अलावा डायबिटीज पे चर्चा करें” संवाद कार्यक्रम का आयोजित किया गया। रिसर्च सोसायटी फॉर स्टडी ऑफ डायबिटीज़ इन इंडिया द्वारा आयोजित कार्यक्रम में चेयरमैन डा. अनुज माहेश्वरी ने मुख्य अतिथि उपमुख्यमंत्री को स्मृति चिन्ह प्रदान किया। वही शाम प्रत्येक वर्ष की भांति रूमी दरवाजा को नीली रोशनी से जगमगा गया, इस प्रयास के द्वारा इंटरनेशनल डायबिटीज़ एसोसिएशन द्वारा विश्व की ऐतिहासिक धरोहरों को नीली रोशनी से प्रकाशित करने की मुहिम में शामिल होकर डायबिटीज के विरुद्ध इस अंतरराष्ट्रीय मुहिम के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहरायी गयी। रूमी गेट पर आयोजित कार्यक्रम में महापौर सयुंक्ता भाटिया ने कहा कि डायबिटीज के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए इस तरह के सराहनीय प्रयासों को करते रहना चाहिए। विशिष्ट अतिथि प्रो संजीव मिश्र उपकुलपति, अटल बिहारी वाजपेई मेडिकल यूनिवर्सिटी थे। इसके बाद चिकित्सकों के लिए एक सतत शिक्षा कार्यकर्म आयोजित किया गया,
डायबिटीज वॉक पर उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि कोविड महामारी के दौरान हमने डायबिटीज के कारण बढ़ी मृत्यु दर और मधुमेह जनित विभीषिका को देखा है। इस महामारी पर अंकुश लगाना है, तो शिक्षा एक कारगर उपाय साबित हो सकती हैं, अत्यधिक भीड़ के कारण ओपीडी में स्वास्थ्य संबंधित जानकारी देना संभव नहीं है। डायबिटीज़ एजुकेटर, पैरामेडिकल स्टाफ नर्स इस संदर्भ में महती भूमिका निभा सकते हैं।
डा. अनुज ने कहा कि डायबिटीज से प्रभावित होने वालो की आयु सीमा भी घटती जा रही है। अब किशोर भी इस की चपेट में आ रहे है। स्कूल हेल्थ प्रोग्राम इसमें अहम भूमिका अदा कर सकते हैं, जंक फूड, कोला, लंबे समय तक कंप्यूटर टेलीविजन के सामने बैठना, तनाव, कम उम्र में लोगों को डायबिटीज की चपेट में ले रहा है किशोरों को स्वस्थ जीवन शैली से परिचित कराना होगा।
रिसर्च सोसायटी फॉर स्टडी ऑफ डायबिटीज़ इन इंडिया उत्तर प्रदेश शाखा के सचिव डा अजय तिवारी ने कहा कि भोजन में मोटे अनाज, फलों सब्जियों का ज्यादा प्रयोग ज्यादा करें जंक फूड केला का प्रयोग कम से कम करें।
उन्होंने कहा कि नियमित व्यायाम कम से कम 30 मिनट हफ्ते में 5 दिन तेज कदम से चलें, तनाव कम करें योग और ध्यान अच्छे परिणाम दे सकते हैं। पेट का मोटापा इसका मुख्य कारक है। इसे नियत्रिंत रखना चाहिए।