डेस्क – बरसात शुरू होते ही गोरखपुर सहित प्रदेश में जानलेवा बीमारी दिमागी बुखार का प्रकोप बढने लगा है, वहीं पूर्वांचल के बाबा राघवदास मेडिकल कालेज (बीआरडी) प्रशासन ने दिमागी बुखार के मरीजों की तादाद बढ़ रही है। परन्तु मरीजों की संख्या सार्वजनिक करने से साफ इंकार कर दिया है। बताते चले कि बीआरडी प्रशासन नियमित तौर पर दिमागी बुखार से पीडित दाखिल होने वाले मरीजों, मृत्यु तथा अन्य स्थानों से आये मरीजों की संख्या का पूरा विवरण स्वास्थ्य विभाग को देता था, लेकिन पिछले चार दिनों से सूचनाओं का आदान प्रदान बंद कर दिया है, जिसके कारण सरकार को भी जानलेवा बीमारी से ग्रसित मरीजों की सही तादाद पता करने में मुश्किल आ रही है।
पूर्वी उत्तर प्रदेश तथा आस पास के जिलों, बिहार प्रान्त तथा पडोसी देश नेपाल से काफी संख्या में आने वाले मरीजों के लिए दिमागी बुखार से पीडित लोगों का इलाज गोरखपुर के बाबा राघवदास मेडिकल कालेज में होता है और यहीं से बनायें गये आंकडे का शासन दवा तथा इलाज के लिए बजट उपलब्ध कराता है। दिमागी बुखार की सूचनाओं का प्रेषण न होने के कारण असमंजस जैसी स्थिति पैदा हो गयी है। इस बारे में गोरखपुर में मुख्य चिकित्साधिकारी का कहना है कि गोरखपुर जिले में पिछले एक जनवरी से 11 जुलाई तक 57 दिमागी बुखार के मरीज भर्ती हुए है और 17 की मृत्यु हुयी है। उन्होंने बताया कि फिलहाल पिछले चार दिनों से दिमागी बुखार के आंकडे उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं, इसलिए अभी तक बता पाना सम्भव नहीं है, लेकिन आने वाले समय में सूचना उपलब्ध होते ही बताया जायेगा।
अब PayTM के जरिए भी द एम्पल न्यूज़ की मदद कर सकते हैं. मोबाइल नंबर 9140014727 पर पेटीएम करें.
द एम्पल न्यूज़ डॉट कॉम को छोटी-सी सहयोग राशि देकर इसके संचालन में मदद करें: Rs 200 > Rs 500 > Rs 1000 > Rs 2000 > Rs 5000 > Rs 10000.