द एम्पल न्यूज। मेडिकोज ने मंगवार को परीक्षा शुल्क बढाये जाने का विरोध करना शुरु कर दिया है। मेडिकोज का कहना है कि अचानक परीक्षा शुल्क सात हजार पांच सौ रुपये से बढा कर सोलह हजार कर दिया है। परीक्षा व्यवस्था को अपडेट करने के नाम पर शुल्क बढा दिया गया है। उनका आरोप है कि वह भी शुल्क कैश जमा करने के लिए कहा गया है। नोटबंदी के कारण नये नोट मिल नही पा रहे है। आखिरी डेट भी नजदीक है। एक सप्ताह में कैश शुल्क जमा करना मुश्किल है। नाराज मेडिकोज जमा होकर वीसी कार्यालय पहुंचे।
वीसी आफिस पहुंच कर किया प्रदर्शन –
यहां एकत्र होकर परीक्षा शुल्क जमा करने का विरोध करने लगे। मेडिकोज का आरोप है कि पहली बार में ही सोलह हजार करना गलत है। ऐसे एमबीबीएस प्रथम वर्ष से अंतिम वर्ष तक की शुल्क बढा दिया गया। अचानक मेडिकोज के आने से अंदर मीटिंग कर रहे वीसी और उनके साथ अन्य अधिकारी नाराज हो गये। बाहर आकर डा वेद प्रकाश ने समझाया और कहा कि गरीब मेडिकोज की फीस केजीएमयू प्रशासन जमा करा देगा। अन्य सभी मेडिकोज को जमा करना होगा। केजीएमयू प्रशासन के इस निर्णय से मेडिकोज में आक्रोश व्याप्त है। उनका कहना है यह मनमानी और गलत है।