लखनऊ। बालू अड्डा में डायरिया नहीं कालरा (हैजा) ने कहर बरपा है। कालरा के लिए जिम्मेदार विब्रियो कॉलरी बैक्टीरिया ने दो मरीजों की जान ली। 210 से अधिक लोगों को बीमार बना चुका है। शुक्रवार को यह चौकाने वाला खुलासा मरीजों के स्टूल के नमूनों की जांच में हुआ है। नमूनों में कालरा के बैक्टीरिया की पुष्टि के बाद स्वास्थ्य विभाग में खलबली मच गई। इसके बाद डॉक्टरों ने इलाज की दिशा बदल दी।
बीते सोमवार से बालू अड्डा में बीमारी का प्रकोप छाया है। अब तक तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर 46 मरीज को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया जा चुका है। बीमारी का प्रकोप बढ़ने पर विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सात मरीजों के स्टूल का नमूना एकत्र किया था। केजीएमयू में जांच कराई गई। शुक्रवार को रिपोर्ट आई, जिसमें घातक बीमारी कॉलरा की पुष्टि हुई।
बालू अड्डा में डायरिया का प्रकोप थम नहीं रहा है। शुक्रवार को 20 लोग डायरिया से पीड़ित थे। इनमें तीन मरीज संदीप, ज्योति व रीना को सिविल अस्पताल में भर्ती किया गया। डॉक्टरों का कहना है कि सभी मरीजों की तबीयत स्थिर है।
नगर निगम ने सफाई अभियान तेज किया। अभियान चलाकर गलियों की सफाई करायी गयी। स्थानीय लोगों का कहना है कि सीवर लाइन की सफाई के लिए अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। इससे अभी भी समस्या जस की तस बनी हुई है। सीवर सड़क पर बह रहा है। शिकायत के बाद भी समस्या का समाधान नहीं हो रहा है।
सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल के मुताबिक बालू अड्डा में बीमारी धीरे-धीरे काबू में आ रही है। मरीजों को समुचित इलाज मुहैया कराया जा रहा है। 24 घंटे इलाज की सुविधा मरीजों को मुहैया कराई जा रही है। जरूरत के हिसाब से मरीजों को सिविल अस्पताल में रेफर किया जा रहा है।