न्यूज । प्रदेश योगासन खेल संघ एवं इंटरनेशनल नेचुरोपैथी आर्गेनाइजेशन के सयुंक्त तत्वाधान से आयोजित राष्ट्रीय व्याख्यान माला भाग 2 के ग्यारहवें दिवस पर आयुष मंत्रालय भारत सरकार के उपक्रम सी.सी.आर.वाई.एन. के सदस्य व INO के संरक्षक – डॉ. एम. के. तनेजा,भ्रामरी प्राणायाम में पीएचडी,)ने बताया कि कोरोना संक्रमण से बचाव एवं प्रबंधन में भ्रामरी प्राणायाम बहुत उपयोगी है,क्योंकि भ्रामरी प्राणायाम के अभ्यास से पिटूटीटरी एवं पिनीयल ग्लैंड का श्वाव संतुलित होने लगता है, जिससे रोग प्रतिरोधक क्षमता की वृद्धि होती है,साथ ही शरीर के श्वसन तंत्र पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ता है भ्रामरी प्राणायाम के अभ्यास से इंडोरफिन , डोपामाइन सेरोटोनिन, एवं ऑक्सीटोसीन नामक हार्मोन का उद्धभव संतुलित मात्रा में होने लगता है, जिससे पोस्ट कोविड में होने वाली समस्याए जैसे चिंता, भय,तनाव,निराशा, घबराहट, बेचैनी, क्रोध, अनिद्रा ,लॉस ऑफ़ मेमोरी, श्वास लेने में तकलीफ जैसी समस्याओं के निवारण में भ्रामरी प्राणायाम का प्रमुख योगदान है।
डॉ. एम. के तनेजा ने यह भी बताया कि यदि भ्रामरी प्राणायाम को प्रतिदिन 64 बार किया जाय तो कोरोना से हमें मुक्ति मिल जाती है।
इस राष्ट्रीय व्याख्यान माला में उत्तर प्रदेश योगासन खेल संघ के महासचिव आचार्य विपिन पथिक,सोनाली धनवानी,INO के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अनंत बिरादर, खेल संघ की अध्यक्ष,डॉ. विजयलक्ष्मी जायसवाल, उपाध्यक्ष डॉ. नन्द लाल जिज्ञासु ,डॉ. उर्मिला यादव, डॉ. अनिल आनंदम ,अंजू बाला भसीन,दीक्षा गुप्ता, आकांक्षा सेंगर ,कंचन गुप्ता,अंजली बागपत, प्रियंका दधीच आदि मौजूद रहे।
उत्तर प्रदेश योगासन खेल संघ के सह सचिव ने बताया कि दिनांक 31 मई को अंतरराष्ट्रीय मोटिवेशनल स्पीकर एवं लाइफ कोच आचार्य कृष्ण देव भय मुक्त जीवन विषय पर अपना व्याख्यान देंगे जिसे खेल संघ की फेसबुक पेज UPYSA पर देखा जा सकता है।