लुधियाना। बीडीजी टेक्नोलॉजियों ने दौड़ने की तकनीक में भर्ती होने की प्रक्रिया पर लिखा है। है है है है
प्रधानमंत्री ने टीबी रोग को जड़ से मिटाने के लिए प्रदेश सरकार लगातार कोशिश कर रही है, पर टीबी मरीजों की खोज व इलाज में महत्वपूर्ण बीसीजी टेक्नीशियन के पदों पर भर्ती नहीं की जा रही है। इस पद के हजारों प्रशिक्षित बेरोजगार घूम रहे हैं।
एसोसिएशन के अध्यक्ष ज्ञानेंद्र यादव व महामंत्री हिमांशू शर्मा के मुताबिक राज्य सरकार स्टेट मेडिकल फैकल्टी के माध्यम से डिप्लोमा कोर्स चल रही है। दो साल का डिप्लोमा इन ट्यूबरकुलोसिस प्रोग्राम मैनेजमेन्ट की पढ़ाई करने के बाद भी नौकरी नहीं मिल पा रही है। इससे प्रशिक्षित बेरोजगारों में हताशा व निराशा है।
बीसीजी टेक्नीशियन संवर्ग राज्य सरकार के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधीन एक स्थायी एवं नियमित मूल पद है। प्रदेश में पिछले कई वर्षों से लगभग 245 पद खाली चल रहे है, जिन पर नियुक्ति के लिए संगठन सरकार एवं विभाग से लगातार मांग करता आ रहा है। अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गयी है।
- वर्ष 2017 में अधिसूचना जारी होने की स्थिति में नई तकनीक लागू होने की स्थिति में संशोधित किया गया था, नई भर्ती के लिए नई स्थिति में बदल दिया गया था। कब आैर कैसे होगा। पता पता नहीं है। अलर्ट पर जाने के बाद अलर्ट पर जाने के लिए। जवाब देने के बाद भी इन भर्ती के लिए अब तक कोई भी कार्रवाई नहीं की गई है। ️ सैकड़ों️ सैकड़ों️️️ संकट में बदलने के लिए हर संकट का संकट। इस दूरी पर चलने से पहले।