बीमारियों को दूर रखता है योग

0
695

लखनऊ। पांचवें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय द्वारा अटल बिहारी वाजपेयी साइंटिफिक कन्वेंशन सेंटर में योग प्रदर्शन एवं प्रशिक्षण शिविर का अयोजन किया गया। उपरोक्त कार्यक्रम में चिकित्सा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो एमएलबी भट्ट के साथ 100 से अधिक चिकित्सा शिक्षकों एवं छात्र.छात्राओं द्वारा विभिन्न यौगिक क्रियाओं को किया गया। इस अवसर पर कुलपति ने योग के बारेे में विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि योग करने से हम विभिन्न प्रकार के मानसिक एवं शरीरिक परेशानियों से दूर रहते है। आज विश्व योग दिवस के अवसर पर सम्पूर्ण विश्व में लोग योग कर रहे है। ये सम्पूर्ण भारत वर्ष के लिए गर्व की बात है कि हमारी प्राचीनतम परम्परा को आज सम्पूर्ण विश्व में मान्यता मिल रही है। योग विभिन्न प्रकार की बिमारियों से लड़ने में कारगार है इस बात की वैज्ञानिक शोधों से पुष्टी भी हो चुकी है।

Advertisement

कार्यक्रम में विभागाध्यक्ष, ट्राॅमा सर्जरी डाॅ. संदीप तिवारी ने योग के महत्व को बताते हुए कहा की योग से व्यक्ति जहां शारीरिक एवं मानसिक बीमारियों से दूर रहता है उसके साथ ही साथ उसकी कार्यक्षमता भी बेहतर हो जाती है। लगातार काम का बढ़ता दबावए बिगड़ती जीवनशैली तथा खान पान की बदलती आदतो की वजह से युवाओं मे भी तमाम मानसिक एवं शारीरिक परेशानिया बढ़ रही जो धीरे.धीरे गंभीर बीमारियों में बदल जाती है। अतः ऐसी बीमारियों से बचने के लिए हमे योग को अपनाना होगा।

इस अवसर पर प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग की प्रो. एसपीजयसवार ने अपने उद्बोधन में कहा गया कि यदि हमें स्वस्थ रहना है तो अपनी जीवन चर्या में योग को स्थान देना होगा। योग स्वस्थ्य जीवन जिने का उपाय है। कार्यक्रम में फिजियोलाॅजी विभाग की प्रो. वाणी गुप्ता ने कहा कि कुछ देर के योगाभ्यास से भी हमारा शरीर उर्जावान हो जाता है। यदि हम इसका नियमित अभ्यास करें तो अपने आप को समाज को निरोग और उर्जावान बना सकते है और सशक्त राष्ट्र का निर्माण कर सकते है। उक्त कार्यक्रम में फिजियोलाॅजी विभाग के योग प्रशिक्षक सुखेन्द्र सिंह, हिमानी कुलश्रेष्ठ, वंदना अवस्थी एवं जीतेन्द्र द्विवेदी ने छात्र-छात्राओं को योग प्रशिक्षण दिया।

इसके साथ ही अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर के0जी0एम0यू0 केे कलाम सेंटर में श्त्वसम व िलवहं पद भ्मंसजी – कपेमंेमेश् के विषय पर एक सी0एम0ई0 का आयोजन किया गया। जिसमें महानिदेशक, फैमिली हेल्थ एंड वेलफेयर, उत्तर प्रदेश, डाॅ0 नीना गुप्ता मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं। इस अवसर पर उन्होंने योग के महत्व को बताते हुए कहा कि योग से व्यक्ति जहां शारीरिक एवं मानसिक बीमारियों से दूर रहता है तथा उसके साथ ही उसकी कार्यक्षमता भी बेहतर हो जाती है।

उक्त कार्यक्रम में रेस्पाइरेटरी मेडिसिन विभाग के विभागाध्यक्ष डाॅ0 सूर्यकांत ने योग एवं व्यायाम में अंतर बताते हुए कहा कि बिना सांसों के तालमेल के शारीरिक परिश्रम करने को व्यायाम कहते है और इससे सिर्फ शरीर के कुछ ही अंगों को लाभ मिलता है जबकि योग करने से शरीर के आंतरिक अंग जैसे फैफड़ों को भी स्वस्थ किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि के0जी0एम0यू0 के रेस्पाइरेटरी मेडिसिन विभाग द्वारा किए गए एक शोध जिसका कि एक जर्नल में प्रकाशन किया गया था उसके तहत 120 अस्थमा के मरीजों का सिर्फ दवाई से उपचार किया गया और 120 मरीज को दवाई के साथ योग भी कराया गया था। उसके बाद आए नतीजों में यह साफ हो गया था कि जिन मरीजों का उपचार दवाई एवं योग के माध्यम से किया गया था वह ज्यादा तेजी से स्वस्थ्य होने के साथ ही उनकी 25 फीसदी दवाई भी कम हो गई थी।

उक्त कार्यक्रम में फिजियोलाॅजी विभाग के प्रचार्य डाॅ0 नरसिंह वर्मा ने बताया कि लगातार काम का बढ़ता दबाव, बिगड़ती जीवनशैली तथा खानपान की बदलती आदतों की वजह से युवाओं में तमाम मानसिक एवं शारीरिक परेशानियां बढ़ती जा रही हैं जो धीरे-धीरे गंभीर बीमारियों का रूप ले लेती हैं। अतः ऐसी बीमारियों से बचने के लिए हमे योग को अपनाना होगा और खानपान में सुधार करना होगा।

इस अवसर पर प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग की प्रो0 रेखा सचान ने बताया कि योग करने से महिलाओं में होने वाले हार्मोंस जो कि च्वसलबलेजपब व्अमतल क्पेमंेम;च्ब्व्ैद्ध के लिए जिम्मेदार होते हैं उनको कम किया जा सकता है तथा प्रजनन के लिए समय काल को बढ़ाया जा सकता है। डिपार्टमेंट आॅफ कार्डियोलाॅजी के डाॅ0 वी0एस0नारायण ने बताया कि दिल से संबंधित बीमारी के मरीज भी योग कर सकते है लेकिन इससे पूर्व उन्हें कुशल योग प्रशिक्षक एवं चिकित्सक से सलाह ले लेनी चाहिए।

इस अवसर पर योगगुरू श्री सुधीर शर्मा ने बताया कि योग तीन स्तर पर काम करता है। यह सिर्फ शरीर ही नहीं आत्मा और मन में भी सुधार का काम करता है। इसके साथ ही उन्होंने चिकित्सा में योग को स्र्पोटिंग थेरेपी के रूप में जोड़ने की अपील की। उक्त कार्यक्रम में मुख्य रूप से चिकित्सा विश्वविद्यालय के कुलानुशासक श्री आर0ए0एस0कुशवाहा, फिजियोलाॅजी विभाग की विभागाध्यक्ष डाॅ0 सुनीता तिवारी एवं मुख्य चिकित्सा अधीक्षक प्रो0 एस0एन0शंखवार उपस्थित रहें।

अब PayTM के जरिए भी द एम्पल न्यूज़ की मदद कर सकते हैं. मोबाइल नंबर 9140014727 पर पेटीएम करें.
द एम्पल न्यूज़ डॉट कॉम को छोटी-सी सहयोग राशि देकर इसके संचालन में मदद करें: Rs 200 > Rs 500 > Rs 1000 > Rs 2000 > Rs 5000 > Rs 10000.

Previous article341 नये फार्मेसिस्टों की हुई नियुक्ति
Next articleराशिफल – शनिवार, 22 जून 2019

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here