बाइक पर फर्राटा भरने के शौक ने फिर निगल ली तीन जिंदगियां

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लखनऊ। महंगी-महंगी बाइक और फर्राटा भरने का शौक। शहर की सड़कों में अब यह चलन सा हो गया है। स्टंटबाजी का शौक मासूमों की जिंदगी निगल रहा है। या यू कहें तो स्टंटबाजी मौत का दूसरा नाम है। बावजूद इसके युवक मौत का खेल खेलते हैं। ऐसा ही मौत का खेल गोमतीनगर में बाइक सवार दो युवकों ने खेला। युवतियों को बैठकार बाइक से फर्राटा भरने के दौरान दो बाइकें आपस में भिड़ गई। इस दर्दनाक हादसे में दो युवतियों समेत एक युवक की जान चली गई। जबकि एक युवती व युवक जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं।

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सोमवार को ईद का त्यौहार मनाया जा रहा था। हर तरफ खुशियों का माहौल था।  अलीगंज के चंद्रलोक कालोनी निवासी मो तालिब 22 वर्ष और अल्ताफ 24 वर्ष भी ईद के जश्न में डूबे थे। दोपहर को तालिब और अल्ताफ अपने-अपने घरों से तेज रफ्तार बाइक लेकर दोस्तों के पास जाने की बात कहकर निकल गए। बताया जाता है कि तालिब और अल्ताफ ने रास्ते से अलीगंज की रहने वाली मोनी यादव 18 वर्ष, उसके पड़ोस में रहने वाली मुस्कान 19 वर्ष और चांदगंज निवासी सपना 17 वर्ष को बाइक पर बैठा कर गोमतीनगर स्थित जनेश्वर मिश्र पार्क पहुंच गए। जहां से घर वापस लौटते समय एक दर्दनाक हादसे में तालिब, मोनी यादव और मुस्कान की मौत हो गई। जबकि अल्ताफ और सपना को गंभीर हालत में ट्रामा सेंंटर में भर्ती कराया गया है। जहां उनकी हालत नाजुक बताई जा रही है।

100 की रफ्तार और छोड़ दिए हाथ

प्रत्यक्षदर्शियों की माने तो मो तालिब और अल्ताफ जनेश्वर मिश्र पार्क जाने वाले रास्ते पर कम से कम 100 की रफतार से बाइक चला रहे थे। इतना ही नहीं दोनों युवकों ने चलती बाइक पर हाथ छोड़ दिए। नतीजा यह हुआ कि दोनों की बाइक अनियंत्रित होकर आपस में भिड़ गई।

सड़क से निकलने लगी चिंगारी

घटना स्थल पर मौजूद लोगों का कहना था कि जिस समय बाइकें आपस में टकराकर सड़क पर गिरी। दोनों बाइकों की रगड़ से करीब एक मिनट तक चिंगारी निकल रही थी। गनीमत रही कि चिंगारी निकलने से बाइकों में आग नहीं लगी। तकरीबन 50 मीटर तक बाइक सवार सड़क पर घिसटते रहे।

पहले भी स्टंट करने में युवा गवां चुके हैं जान

स्टंटबाजी की यह कोई पहली घटना नहीं थी जहां युवक व युवतियों की जान गई हो। इससे पहले भी स्टंटबाजी में युवाओं की मौत हो चुकी है। हालांकि स्टंटबाजी के खिलाफ पुलिस अधिकारियों ने कई बार अभियान भी चलाया लेकिन वह नाकाफी साबित हुआ। स्टंटबाजी के लिए युवा गोमतीनगर का इलाका ही चुनते है। इनमे समता मूलक चौक, मनीन ड्राइव, जनेश्वरमिश्र पार्क रोड, लोहिया पथ, शहीद पथ जैसे रास्ते स्टंटबाजों की पसंद बने हैं जो मौत को दावत देते हैं।

नहीं दिखती पुलिस

खुलेआम युवा बाइक पर फर्राटा भरते रहते हैं। लेकिन वहां खड़ी पुलिस टीम मूकदर्शक बनी उन्हें देखती रहती है। खास तौर पर देर को शहर की सड़कों पर स्टंट होता है और पुलिस कर्मी उन्हें रोकने के बजाए वहां से निकल जाते हैं। जबकि स्टंटबाजों के खिलाफ अभियान चलाने के लिए अफसरों की सख्त हिदायत है।

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