यूरोप के वैज्ञानिकों ने ल्यूकेमिया (ब्लड कैंसर) की दवा खोजने में सफलता हासिल कर ली है। वैज्ञानिकों ने जो दवा बनाईं है, उसका नाम है ‘PBOX-15)’ यह ऐसे वयस्क मरीजों में भी कैंसरग्रस्त कोशिकाओं को नष्ट कर सकती है, जिन पर दूसरे इलाज बेअसर साबित हो चुके हैं । इसके अलावा यह दवा उन मरीजों पर भी कारगर है, जिनमें कैंसर होने का पूर्व अनुमान लगाना कठिन होता है यानी रोग होने की आशंका बनी रहती है। वैज्ञानिकों के मुताबिक, रिसर्च के तहत जब कैंसर मरीजों से प्राप्त ब्लड-कैंसर कोशिकाओं के नमूनों को “पीबीओएक्स-1 5′ नामक दवा दी गर्व, तो ल्यूकेमिया सेल्स का ढांचा टूटने लगा।
वयस्को में सबसे ज्यादा आम इसी प्रकार का कैंसर (ल्यूकेमिया) है –
दवा क्रोनिक ल्य्म्फोसिटिक ल्यूकेमिया के इलाज में भी कारगर पायी गयी। गौरतलब है कि उक्त प्रकार का कैंसर खून और अस्थि-मज्जा (बोनमैरो) का कैंसर है और पश्चिमी देशों के वयस्को में सबसे ज्यादा आम इसी प्रकार का कैंसर (ल्यूकेमिया) है। इस अध्ययन के मुख्य वैज्ञानिक प्रोफेसर मार्क लालर के मुताबिक, रिसर्च अभी अपने शुरुआती चरण में है, जिसकी वजह से इस दावा को जीवन रक्षक इलाज के रूप में विकसित होने में और 3 से 5 साल लग सकते हैँ।