लखनऊ। कोरोना संक्रमण से प्रदेश के प्राथमिक शिक्षा मंत्री श्रीमती कमल रानी वरुण का निधन आज पीजीआई के कोविड-19 हॉस्पिटल में हो गया। प्रदेश में कोरोना संक्रमण से पहली बार किसी कैबिनेट मंत्री की मौत हुई है। वह कानपुर के घाटमपुर क्षेत्र से विधायक चुनी गई। उनकी अचानक किस्मत पर मुख्यमंत्री सहित राज्यपाल स्तब्ध है। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने शोक जताते हुए कहा है कि वह लोकसभा सदस्य के रूप में काफी सक्रिय थी।
जानकारी के अनुसार श्रीमती कमल रानी वरुण को कोरोना संक्रमण होने पर अर्शी पीजीआई में भर्ती कराया गया था। यहां पर इलाज के दौरान संक्रमण से निमोनिया भी हो गया था। यह संक्रमण उनके फेफड़े पर पहुंच गया, जिससे उनकी हालत तेजी से बिगड़ती जा रही थी। डॉक्टरों ने उनकी जान बचाने के लिए प्लाज्मा थेरेपी का प्रयोग भी किया था। लेकिन उसकी हालत में कोई सुधार नहीं हो रहा था। आज सुबह उनकी मौत हो गई। कोविड-19 प्रोटोकॉल के तहत उनका शव कानपुर भेज दिया गया है ।