लखनऊ। किं ग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में अब कैंसर मरीजों पर हर्बल दवाओं से इलाज करके शोध भी किया जाएगा। यह दवाएं सीमैप उपलब्ध करायेगा। दवाओं को लेकर केजीएमयू-सीमैप के बीच समझौता हुआ है। जिम्मेदार अधिकारियों का कहना है कि केजीएमयू सीमैप की दवाओं पर शोध भी करेगा।
बताते चले कि कैंसर मरीजों पर मॉर्डन मेडिसिन का प्रयोग करने से रिएक्शन ज्यादा होता है, जोकि हानिकारक ही होता है। अब मरीजों को बेहतर इलाज मुहैया कराने के लिए केजीएमयू कुलपति प्रो. एमएलबी भट्ट व सीमैप निदेशक प्रो. अनिल कुमार त्रिपाठी ने बृहस्पतिवार को समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किए। इसके तहत सीमैप की दवाओं का प्रयोग कैंसर मरीजों पर किया जाएगा। यकृत कैंसर, रक्त कैंसर, स्तन कैंसर विभिन्न प्रकार के कैंसर के सेल्स को नष्ट करने एवं गठिया के उपचार में सीमैप की कई हर्बल दवा कारगर होने का दावा है। अब इन दवाओं को केजीएमयू के सहयोग से परीक्षण किया जाएगा। समझौते के तहत दोनों संस्थानों द्वारा अपने रिसर्च को आपस में साझा किया जाएगा।
बेहतर शोध व अन्य बातों को ध्यान में रखते हुए दोनों संस्थानों के संकाय सदस्यों एवं छात्रों द्वारा एक दूसरे संस्थान का दौरा किया जाएगा। वैज्ञानिकों एवं डाक्टरों द्वारा भारतीय चिकित्सा व्यवस्था के तहत हर्बल मेडिसिन के अनुसंधान, विकास एवं क्लीनिकल स्टडी में एक दूसरे को सहयोग करेंगे। सीमैप के वैज्ञानिकों द्वारा विभिन्न प्रकार के हर्बल मेडिसिन का विकास किया गया है, जो कैंसर समेत विभिन्न असाध्य रोगों के लिए कारगर होने का दावा किया जा रहा है।