लखनऊ। कानपुर में जीका वायरस के मिले मरीज मिलने के बाद राजधानी में भी स्वास्थ्य विभाग का संचारी अभियान तेज कर दिया गया है। वही कानपुर से जीका वायरस से संक्रमित मरीज के सम्पर्क में आये 22 लोगों के नमूनों की जांच केजीएमू कर रहा है। बताया जाता है कि सोमवार को इन सभी जांच रिपोर्ट आयेगी। केरल के बाद प्रदेश के कानपुर में पहला जीका वायरस का मरीज मिला है।
सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल ने बताया कि कानपुर में जीका वायरस की पुष्टि के बाद राजधानी में भी सर्तकता के तौर डेंगू, बुखार, संचारी अभियान को पहले से और तेज किया जाएगा। शहर व ग्रामीण इलाकों में चरण बद्ध तरीके से मच्छर वाले इलाकों में एंटी लार्वा का छिंड़काव व फागिंग करायी जा रही है। इस दौरान बुखार पीड़ित लोगों को चिन्ह्ति किया जाएगा,फिर उनकों दवाएं मुहैया होगी। उन्होंने बताया कि कई दिन से बुखार आ रहे लोगों नमूने लेकर जांच की जाएगी। डॉ. अग्रवाल बताते हैं कि शहर व ग्रामीण क्षेत्रों में चल रहे सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों को निर्देश दिए गए हैं। वह अपने क्षेत्रों में पहचान करके बुखार के मरीजों को इलाज कराया जाए। इसके साथ ही लक्षण के आधार पर आवश्यकता होने पर उनकी जांच भी कराएं।
विशेषज्ञ डाक्टर के मुताबिक जीका वायरस डेंगू, मलेरिया व चिकनगुनिया की तरह मच्छर से होता है। जीका एडीज मच्छर के काटने से होता है।
केजीएमयू के माइक्रोबायलॉजी विभाग में कानपुर में मिले जीका वायरस के मरीज के संपर्क में आए लोगों के नमूनों की जांच हो रही है। यह रिपोर्ट सोमवार को आने की संभावना है।