लखनऊ। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के ट्रामा सेंटर में क्रिटकल केयर मेडिसिन में मरीजों की गंभीरता को देखते हुए चार भागों में विभाजित कि ये जाने की योजना है। ताकि मरीजों को उच्चस्तरीय क्रिटक ल केयर मिल सके।
बताते चले कि ट्रामा सेंटर के पांचवी मंजिल पर क्रिटिकल केयर मेडिसिन (सीसीएम) विभाग बना हुआ है। यहां पर रेस्पेरेटरी इंटेसिव केयर यूनिट (आरआईसीयू) के शताब्दी अस्पताल शिफ्ट होने के बाद यह जगह सीसीएम को दे दी गई है। इसके बाद अब सीसीएम के पास 32 वेंटीलेटर हो गए हैं। गंभीर मरीजों की वेंटिलेटर पर भर्ती की जटिल समस्या का निदान करने के लिए इस विभाग को चार भागों में बांटने की योजना है।
उन्होंने बताया कि प्रस्तावित योजना पहले भाग में गंभीर बीमारियों से पीड़ित महिलाये भर्ती की जाएंगी, जिसमें क्वीन मेरी अस्पताल से आने वाली मंिहलाओं को प्राथमिकता दी जाएगी। इसके अलावा दूसरे भाग में न्यूरो क्रिटिकल स्थान में मरीजों को जल्दी भर्ती होने में दिक्कत आती है। अब यहां बिस्तर खाली होने पर भर्ती करने में कोई दिक्कत नहीं आएगी। तीसरे भाग के पेशेंट केयर में क्रिटिकल टॉक्सोलॉजी (जहरीला पदार्थ) एवं चौथे हिस्से में सामंान्य मरीजों को भर्ती किया जाएगा। इससे इलाज में तय किए गए प्रोटोकॉल का पालन करने में आसानी होगी। इसके साथ ही रेजीडेंट डाक्टरों को क्लीनिकल तकनीक भी बेहतर तरीके से मिल सकेगी।
अब PayTM के जरिए भी द एम्पल न्यूज़ की मदद कर सकते हैं. मोबाइल नंबर 9140014727 पर पेटीएम करें.
द एम्पल न्यूज़ डॉट कॉम को छोटी-सी सहयोग राशि देकर इसके संचालन में मदद करें: Rs 200 > Rs 500 > Rs 1000 > Rs 2000 > Rs 5000 > Rs 10000.